सुपौल : स्थानीय भारत सेवक समाज महाविद्यालय परिसर में 41 लाख की लागत से बनवाये जा रहे टिशू प्रयोगशाला भवन का निरीक्षण शुक्रवार को सूबे के काबीना मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव, डीएम बैद्यनाथ यादव, बिहार कृषि विश्व विद्यालय के वैज्ञानिक डॉ रेवती रमण सिंह व डॉ अवधेश कुमार पाल ने किया. मौके पर मंत्री श्री […]
सुपौल : स्थानीय भारत सेवक समाज महाविद्यालय परिसर में 41 लाख की लागत से बनवाये जा रहे टिशू प्रयोगशाला भवन का निरीक्षण शुक्रवार को सूबे के काबीना मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव, डीएम बैद्यनाथ यादव, बिहार कृषि विश्व विद्यालय के वैज्ञानिक डॉ रेवती रमण सिंह व डॉ अवधेश कुमार पाल ने किया.
मौके पर मंत्री श्री यादव ने महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ संजीव कुमार को कहा कि टिशू कल्चर के माध्यम से पौध बनाये जाने को लेकर सुपौल को सूबे में दूसरा स्थान प्राप्त है. टिशू प्रयोगशाला भवन सूबे में भागलपुर के बाद सुपौल जिला मुख्यालय को ही प्राप्त हुआ है. श्री यादव ने कहा कि इस कार्य के सफल संचालन में वे वित्तीय संबंधी कठिनाई कभी नहीं होने देंगे. मौके पर उपस्थित डीएम, प्राचार्य व वैज्ञानिकों को मंत्री ने कहा कि इस कार्य में गति लाये जाने को लेकर समय-समय पर बैठक
आयोजित करें.
डीएम ने कहा कि जिला मुख्यालय में टिशु प्रयोगशाला की स्थापना होने से वन विभाग को काफी सहुलियत प्रदान होगी. वर्तमान समय में वन विभाग को अन्य स्थानों से पौधा मंगवाये जाने की विवशता बनी हुई है. सामग्रियों की खरीदारी के लिए निविधा निकलवायेंगे. बिहार कृषि विश्वविद्यालय से आये डॉ सिंह व डॉ पाल ने निरीक्षण के उपरांत बताया कि भवन निर्माण कार्य अंतिम चरण में है. वर्ष 2016 के अंत तक टिशू संबंधित कार्य को प्रारंभ करा दिया जायेगा. साथ ही वर्ष 2017 से प्रतिवर्ष कम से कम एक लाख टिशु उपलब्ध होना प्रारंभ हो जायेगा.
वैज्ञानिक द्वय ने बताया कि इस प्रयोगशाला में बांस, महोगनी, सागवान, सखुआ, शीशम सहित अन्य पौधे को विकसित कराया जायेगा.