पंचायत चुनाव. मतगणना को लेकर बाजार में बढ़ी रौनक
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दो करोड़ का हुआ व्यवसाय
पंचायत चुनाव. मतगणना को लेकर बाजार में बढ़ी रौनक पंचायत चुनाव के कारण शांत पड़े बाजार में मतगणना को लेकर अचानक चहल-पहल बढ़ गयी है.परिणाम की घोषणा शुरू होते ही विगत चार दिनों में जिला मुख्यालय सहित विभिन्न प्रखंड मुख्यालयों के बाजार में दो करोड़ से भी अधिक का कारोबार हो चुका है. सुपौल : […]
पंचायत चुनाव के कारण शांत पड़े बाजार में मतगणना को लेकर अचानक चहल-पहल बढ़ गयी है.परिणाम की घोषणा शुरू होते ही विगत चार दिनों में जिला मुख्यालय सहित विभिन्न प्रखंड मुख्यालयों के बाजार में दो करोड़ से भी अधिक का कारोबार हो चुका है.
सुपौल : पंचायत चुनाव के कारण शांत पड़े बाजार में मतगणना को लेकर अचानक चहल-पहल बढ़ गयी है. चुनाव परिणाम की घोषणा शुरू होते ही विगत चार दिनों में जिला मुख्यालय सहित विभिन्न प्रखंड मुख्यालयों के बाजार में दो करोड़ से भी अधिक का कारोबार हो चुका है. मतगणना जारी रहने के कारण अभी बाजार में रौनक बने रहने की संभावना व्यक्त की जा रही है.
बाजार में व्याप्त रौनक का आलम यह है कि मिठाई सहित फूल माला आदि का स्टॉक खत्म होने के बाद इस व्यवसाय से जुड़े व्यवसायी मंडी और दूसरे जिले से प्रतिदिन माल मंगवा रहे हैं. खास कर लड्डू सहित अन्य प्रचलित मिठाई की बिक्री में बेतहासा वृद्धि दर्ज की जा रही है.ठंडा और लस्सी जैसे पेय पदार्थ तीन बजे दोपहर के बाद दुकानों में ढ़ूंढ़ने से भी नहीं मिल रहे हैं.
निर्वाचित होंगे चार हजार से अधिक जनप्रतिनिधि : ज्ञात हो कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तहत जिले के 181 पंचायत में चार हजार से अधिक जनप्रतिनिधि निर्वाचित घोषित किये जायेंगे.इन दिनों चल रहे मतगणना के दौरान किसी पंचायत का परिणाम घोषित होते ही निर्वाचित प्रत्याशी को उनके समर्थक अबीर-गुलाल के साथ-साथ फूल-माला से लाद देते हैं. एक प्रत्याशी के समर्थक द्वारा कम से कम 200 रुपये का अबीर-गुलाल एवं फूल माला पर औसत 1000 रुपये खर्च किये जा रहे हैं.
तीन सौ की माला से हो रहा अभिनंदन : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में निर्वाचित घोषित किये गये जनप्रतिनिधि का कहीं दस तो कहीं तीन सौ रुपये के माला से अभिनंदन किया जा रहा है.एक जनप्रतिनिधि के गले में कम से कम आठ से दस माला पहनाया जाता है.
ठंडा और लस्सी पर है अधिक जोर
मतगणना को लेकर जिला और प्रखंड मुख्यालय पहुंचने वाले प्रत्याशी और उनके समर्थक इस भीषण गर्मी में गला तर करने के लिए ब्रांडेड शीतल पेय पदार्थ को अधिक तरजीह दे रहे हैं.अधिक डिमांड के बाद शीतल पेय पदार्थों की बिक्री चरम पर है.केवल जिला मुख्यालय में ही लाखों रुपये के शीतल पेय पदार्थ बिक रहे हैं. हलांकि सेहत के प्रति गंभीर लोग लस्सी, जूस और बेल के शर्बत को अधिक पसंद कर रहे हैं.
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