सुबह होते ही शराब के आदी लोग पैदल यात्रा कर पहुंच जाते हैं वीरपुर से महज सौ गज की दूरी पर स्थित लाही गांव
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शराबियों के लिए सेफ जोन बना नेपाल का लाही गांव
सुबह होते ही शराब के आदी लोग पैदल यात्रा कर पहुंच जाते हैं वीरपुर से महज सौ गज की दूरी पर स्थित लाही गांव वीरपुर : बिहार में पूर्ण शराब बंदी के बाद अब नशे के आदी लोग नेपाल का रूख कर रहे हैं. भारत-नेपाल सीमा से महज सौ गज की दूरी पर बसा नेपाल […]
वीरपुर : बिहार में पूर्ण शराब बंदी के बाद अब नशे के आदी लोग नेपाल का रूख कर रहे हैं. भारत-नेपाल सीमा से महज सौ गज की दूरी पर बसा नेपाल स्थित लाही गांव इन दिनों शराबियों के लिए सेफ जोन बनता जा रहा है.
सुबह होते ही नशे के आदी लोग भारत-नेपाल की खुली सीमा को पार कर लाही पहुंच जाते हैं और वहां शराब को सेवन करते हैं. इन शराबियों पर न तो सरकार के आदेश का कोई असर है और न ही पुलिस प्रशासन का कोई भय. जानकारी अनुसार भारत-नेपाल सीमा पर इन दिनों एसएसबी के जवानों द्वारा काफी चौकसी बरती जा रही है.
नशीले पदार्थ की तस्करी के मद्देनजर हर आने-जाने वालों की गहन तलाशी की जा रही है, लेकिन नशा के आदी अपने साथ शराब नहीं ला रहे हैं, बल्कि नेपाल में ही अपनी तलब मिटा रहे हैं. सूत्रों की मानें तो नेपाल के लाही गांव में इस धंधे से जुड़े लोग शराबियों की आवश्यकता को भांप कर मनमाना कीमत भी वसूल कर रहे हैं.
सुबह होते ही अनुमंडल मुख्यालय वीरपुर व आसपास के क्षेत्र के सैकड़ों शराबी बारी-बारी से पैदल यात्रा कर वीरपुर से महज सौ गज की दूरी पर स्थित लाही गांव पहुंच जाते हैं. इस गांव में जहां शराब की दुकान उपलब्ध है
वहीं प्रत्येक घर में भी शराबियों के लिए विशेष सुविधा उपलब्ध है. इसके साथ ही ऐसे लोगों को प्रति दिन यहां आने के लिए भी प्रेरित कर रहे हैं. भारत-नेपाल की खुली सीमा के कारण सरकार के पूर्ण शराब बंदी के बावजूद लोगों को आसानी से नशीली सामग्री उपलब्ध हो जा रही है.
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