कुनौली : डगमारा के पिपराही वार्ड नंबर पांच, छह, सात व आठ में रोजगार गारंटी योजना के तहत वर्ष 2013-14 में कराये जा रहे कई कार्यों को संवेदक द्वारा आधा-अधूरा छोड़ दिया गया है. जिसे लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश का माहौल देखा जा रहा है. मालूम हो कि स्थानीय महेंद्र यादव घर से पूर्व […]
कुनौली : डगमारा के पिपराही वार्ड नंबर पांच, छह, सात व आठ में रोजगार गारंटी योजना के तहत वर्ष 2013-14 में कराये जा रहे कई कार्यों को संवेदक द्वारा आधा-अधूरा छोड़ दिया गया है. जिसे लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश का माहौल देखा जा रहा है. मालूम हो कि स्थानीय महेंद्र यादव घर से पूर्व सुरक्षा बांध तक मिट्टीकरण सह आरसीसी पुलिया निर्माण कार्य कई वर्ष बीत जाने के बाद भी अब तक आधा – अधूरा ही छोड़ दिया गया है.
सड़क व पुलिया का निर्माण नहीं कराये जाने से खास कर किसानों को भारी परेशानी हो रही है. लोगों ने बताया कि संवेदक व विभाग की संलिप्तता के कारण राशि की बंदरबांट कर ली गयी है.
हजारों की आबादी को हो रही परेशानी
मालूम हो कि सड़क, पुलिया आदि के निर्माण कार्य को आधा अधूरा छोड़ दिये जाने के कारण डगमारा पुनर्वास, पिपराही ,मुस्लिम टोला ,पासवान टोला, कामत टोला ,यादव टोला ,साह टोला आदि के हजारों की आबादी को आवाजाही में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
लोगों का कहना है कि विभाग द्वारा उक्त वार्ड वासियों की सुविधा के मद्देनजर 60 लाख 34 हजार की लागत से बांध सह आरसीसी पुलिया का निर्माण कार्य कराया जाना था. जहां दो वर्ष पूर्व ही निर्माण कार्य को पूरा करना था. लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद भी कार्य को आधा अधूरा छोड़ दिया गया है. निर्माण कार्य पूर्ण नहीं कराये जाने के कारण खास कर महिलाओं को आवाजाही में भारी परेशानी हो रही है.
विभागीय शिथिलता से किसानों में आक्रोश: ज्ञात हो कि कुनौली से निर्मली होते हुए मझारी तक पहुंचने वाले मार्ग की स्थिति काफी जर्जर है. सड़क की जर्जरता के कारण किसानों के लगभग पांच सौ एकड़ जमीन को उपजाने और फसल काटकर लाने में काफी परेशानी होती है. वहीं बरसात के मौसम में चहुंओर पानी फैल जाता है. जिस कारण उक्त सभी वार्ड वासियों को निर्मली मुख्यालय पहुंचने के लिए पांच किलोमीटर से भी अधिक दूरी तय करने को विवश होना पड़ता है. साथ ही माल- मवेशी पालने वाले कृषकों को चारा लाने में भी कठिनाई होती है.