प्रतिनिधि : सुपौल/सहरसाबिहार विधानसभा का चुनाव मुख्यत: एनडीए व महागंठबंधन के प्रत्याशियों के बीच ही होना तय समझा जा रहा है.
दोनों एलाइंसों ने कोसी प्रमंडल की सभी सीटों से प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी है. लेकिन सुपौल सीट से एनडीए (भाजपा) ने अपने प्रत्याशी के नाम की घोषणा रोक कर लोगों की बेचैनी बढ़ा दी है.
अब सुपौल सीट के भाजपा उम्मीदवार की चर्चा सुपौल सहित सहरसा व मधेपुरा के हर चौक -चौराहे पर होने लगी है. बता दें कि सुपौल राज्य के हॉट सीटों में शुमार है.
क्योंकि यहां से जदयू के कद्दावर नेता बिजेंद्र प्रसाद यादव चुनावी मैदान में हैं. लोगों में यह उत्सुकता बढ़ती जा रही हैकि लगातार पांच बार से इस सीट से विजयश्री पाने वाले बिजेंद्र यादव के मुकाबले भाजपा किसे प्रत्याशी बनाती है. नाम तो कई नये-पुराने नेताओं के लिए जा रहे हैं. लेकिन भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहनवाज हुसैन का नाम आते ही चर्चा और भी गंभीर हो जा रही है.
शहनवाज सीएम केंडिडेट होंगे क्या!
राजनीतिज्ञ व गैर राजनीतिज्ञ लोगों की सर्वाधिक दिलचस्पी सुपौल सीट में ही है. लगभग पिछले पांच महीनों से एनडीए में सीएम केंडिडेट को लेकर बातें हो रही है. दर्जनों नामों में शहनवाज हुसैन के नाम की चर्चा सबसे अधिक रही.
अब जब चुनाव की घोषणा हो गई और मतदान का समय करीब आ गया है तो नाम की इस हवा ने एक बार फिर गति पकड़ ली है. लोगों में चर्चा यह है कि पीएम नरेंद्र मोदी के हवाले से भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने शहनवाज हुसैन को बिहार का सीएम बनने के लिए तैयार रहने का इशारा कर दिया है. लिहाजा शहनवाज ने भी विधानसभा पहुंचने की इच्छा जता दी है.
संभवत: इसी कारण से सुपौल की सीट से भाजपा ने अपने प्रत्याशी के नाम की घोषणा नहीं की है. हालांकि अभी तक भाजपा ने सीएम केंडिडेट के नाम की घोषणा नहीं की है. पार्टी अध्यक्ष ने भी हाल ही में नाम पर चुनाव के बाद निर्णय लेने की बात कह दी है.
सुपौल में चुनाव अंतिम चरण में पांच नवंबर को है. ऐसा समझा जा रहा है कि नामांकन से पूर्व पार्टी कभी भी इस सीट से शहनवाज या किसी अन्य के नाम की घोषणा कर सकती है.