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सुपौल : महाशिवरात्रि आज, तैयारी पूरी, सजाये गये शिवालय
सुपौल : महाशिवरात्रि को लेकर जिले भर के शिवालयों में भव्य तैयारी पूरी कर ली गयी है. इस दौरान सदर प्रखंड के सुखपुर स्थित बाबा तिल्हेश्वर, बरूआरी स्थित बाबा कपिलेश्वर, जगतपुर स्थित बाबा गंगेश्वर सहित विभिन्न प्रखंडों में स्थापित शिवालयों में शिवरात्रि को लेकर चहल-पहल बढ़ गयी है. सोमवार को महाशिवरात्रि में शिव विवाह के […]
सुपौल : महाशिवरात्रि को लेकर जिले भर के शिवालयों में भव्य तैयारी पूरी कर ली गयी है. इस दौरान सदर प्रखंड के सुखपुर स्थित बाबा तिल्हेश्वर, बरूआरी स्थित बाबा कपिलेश्वर, जगतपुर स्थित बाबा गंगेश्वर सहित विभिन्न प्रखंडों में स्थापित शिवालयों में शिवरात्रि को लेकर चहल-पहल बढ़ गयी है. सोमवार को महाशिवरात्रि में शिव विवाह के साथ पूजा-अर्चना की जायेगी.
अगले दिन मंगलवार को जलाभिषेक की जायेगी. चूंकि शिवरात्रि के मौके पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है. ऐसे में मंदिर प्रबंधन द्वारा समुचित इंतजाम किये गये हैं. ताकि श्रद्धालु आसानी से बाबा का पूजा-अर्चना कर जलाभिषेक कर सके.
गांव के सभी सड़कों की हुई है सफाई
तिल्हेश्वर स्थान विकास समिति सुखपुर के सचिव सह तंत्राचार्य अरुण कुमार झा मुन्ना ने बताया कि महाशिवरात्रि के अवसर पर सुखपुर बाजार से लेकर मंदिर लगभग दो सौ स्वयंसेवक लगाया जा रहा है. मंदिर प्रांगण में हर भोला हर भोला की धुन 24 घंटे के लिए आयोजित की गयी है.
आने वाले भक्तों के लिए करीबन 14 स्क्वायर फीट का पंडाल बनाया गया है. संपूर्ण गांव के सड़कों की सफाई की गयी है. जिस पर पानी का छिड़काव हो रहा है.
कयास यह लगाया जा रहा है कि बीते वर्ष महाशिवरात्रि के अवसर पर नेपाल समेत बिहार व झारखंड के करीब 80 हजार श्रद्धालुओं पहुंचे थे. इस वर्ष करीब एक लाख श्रद्धालुओं के उपस्थित होने की संभावना व्यक्त की जा रही है. महाशिवरात्रि के अवसर पर दिन में रूद्र यज्ञ का आयोजन किया गया है. वहीं रात्रि में चारों पहर विशेष श्रृंगार पूजा किया जायेगा.
रात्रि में जागरण में भाग लेने वाले लोगों के लिए भंडारे की भी व्यवस्था की गयी है. साथ ही कोसी युवा क्लब सुपौल के तत्वाधान में आने वाली शिव बरात में शामिल भक्तों के लिए समिति के सदस्यों द्वारा ठंडा जल और शरबत की जगह-जगह व्यवस्था की गयी है.
वहीं दर्शनिया चौक पर ही सभी प्रकार के वाहनों को पार्किंग करवाए जाने की बात कही गयी. मंदिर प्रबंधन ने प्रशासन से पुलिस बल के प्रतिनियुक्ति की मांग की गयी है. शिवरात्रि भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती के विवाह की रात्रि नहीं है. बल्कि शिवरात्रि जीव और शिव के भक्त और भगवान के गुरु और शिष्य के विवाह की रात्रि है. शिवरात्रि कल्याण की, मुक्ति की और आनंद की रात्रि है. शिव शब्द का शाब्दिक अर्थ ही कल्याण, आनंद और मुक्ति है.
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