सुपौल : बच्चों का समुचित तरीके से बौद्धिक विकास हो, इसे लेकर सरकार द्वारा बाल विकास परियोजना का संचालन किया गया. साथ ही उक्त योजना के तहत एक दशक पूर्व जिले भर में जगह – जगह आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन किया गया. ऐसे केंद्रों पर सेविका व सहायिकाओं के द्वारा कुपोषित बच्चों को पोषाहार देने […]
सुपौल : बच्चों का समुचित तरीके से बौद्धिक विकास हो, इसे लेकर सरकार द्वारा बाल विकास परियोजना का संचालन किया गया. साथ ही उक्त योजना के तहत एक दशक पूर्व जिले भर में जगह – जगह आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन किया गया. ऐसे केंद्रों पर सेविका व सहायिकाओं के द्वारा कुपोषित बच्चों को पोषाहार देने के साथ ही स्कूली पूर्व शिक्षा प्रदान किये जाने का कार्य प्रारंभ किया गया. वहीं योजना की सफलता को देखते हुए सरकार व विभाग द्वारा नियमावली में बदलाव लाकर हरेक वार्डों में एक आंगनबाड़ी केंद्रों के संचालित किये जाने की घोषणा की गयी. जहां विभाग द्वारा इस दिशा में कार्रवाई प्रारंभ कर दी गयी.
लेकिन नये आंगनबाड़ी केंद्र संचालन के मामले में जिले के पिपरा प्रखंड स्थित रामनगर पंचायत में अनियमितता बरते जाने का मामला सामने आया है. हालांकि इस मामले में वार्ड नंबर 18 निवासी आवेदिका कुमारी पुष्पा ने डीपीओ आइसीडीएस को आवेदन देकर समुचित न्याय किये जाने की गुहार लगायी है.
आवेदिका ने आइसीडीएस से लगायी गुहार
नयी सेविका बहाली के मद्देनजर बुधवार को आयोजित होने वाले आमसभा पर आवेदिका कुमारी पुष्पा ने डीपीओ आइसीडीएस को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगायी है. डीपीओ आइसीडीएस को दिये आवेदन में उन्होंने बताया है कि विभागीय दिशा निर्देश के आलोक में आंगनबाड़ी केंद्रों को पंचायत चुनाव -2016 के आधार पर उन्हें वार्ड से सह सीमोत किया गया है. कार्यरत सेविका व सहायिका को उनके गृह वार्ड में शिफ्ट करते हुए रिक्त पड़े केंद्र पर सेविका व सहायिका का चयन किया जाना है. लेकिन रामनगर पंचायत के वार्ड नंबर 15 में महिला पर्यवेक्षिका व सीडीपीओ के द्वारा विभागीय नियम की धज्जियां उड़ाते हुए वार्ड नंबर 15 की इकलौती सेविका को वार्ड नंबर 18 में शिफ्ट कर दिया गया. आवेदिका ने सेविका चंदा देवी को उनके गृह वार्ड संख्या 15 में शिफ्ट करते हुए वार्ड 18 में रिक्ति प्रकाशित किये जाने की मांग की है.
महिला पर्यवेक्षिका व सीडीपीओ पर उठे सवाल
गाइडलाइन है स्पष्ट
जानकारों की माने तो सेविका चयन को लेकर विभाग द्वारा जारी गाइडलाइन में स्पष्ट है कि सभी केंद्रों का संचालन संबंधित वार्ड की सेविकाओं की जिम्मे ही रहेगी. ऐसी स्थिति में रामनगर पंचायत के वार्ड नंबर 15 की सेविका चंदा देवी द्वारा उक्त वार्ड में ही केंद्र का संचालन किया जा रहा है. विभाग को वार्ड संख्या 08 व 18 में नयी सेविका के चयन को लेकर आम सभा करानी चाहिए. लेकिन स्थानीय सीडीपीओ द्वारा किस आधार पर जिला कार्यालय को वार्ड 15 आंगनबाड़ी केंद्र खोले जाने का प्रावधान बनाया गया. यह बात आमलोगों के समझ से परे है.
क्या है मामला
गौरतलब हो कि पिपरा प्रखंड के रामनगर पंचायत स्थित वार्ड नंबर 08,15 व 18 के क्षेत्र को सीमित कर कई वर्ष पूर्व विभागीय निर्देशानुसार स्थानीय बाल विकास परियोजना द्वारा वार्ड संख्या 15 में एक आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन किया गया. जहां उक्त आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 150 को अपनी भूमि नहीं रहने के कारण वार्ड नंबर 15 निवासी सह सेविका के दरवाजे पर केंद्र का संचालन करवाया गया. जहां स्थानीय लोगों का मानना है कि जब वार्ड स्तर पर आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन होना है तो विभाग द्वारा वार्ड नंबर 18 व 08 में करानी चाहिए. साथ ही वार्ड 15 में काफी समय से आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन किया जा रहा है. ऐसी स्थिति में बुधवार को नये आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका के चयन के लिए वार्ड नंबर 08 व 18 के बजाय 15 में आमसभा आयोजित किया जाना आमलोगों की समझ से परे है.
मामला हमारे संज्ञान में नहीं है. संबंधित अभिलेख की जानकारी हासिल करने के बाद समुचित कार्रवाई की जायेगी.
अरविंद कुमार, बीडीओ सह सीडीपीओ, पिपरा
आवेदिका द्वारा इस मामले से संबंधित कार्यालय को मिला है. पूर्व में सीडीपीओ व महिला पर्यवेक्षिका द्वारा उक्त वार्ड से संबंधित रिक्तियां भेजी गयी थी. जिसके आधार पर आम सभा का आयोजन किया जा रहा है. आवेदन के आलोक में इस मामले की जांच हम स्वयं करेंगे. आम सभा का आयोजन होने जाने से कुछ नहीं होगा. जांचोपरांत समुचित कार्रवाई की जायेगी.
राखी कुमारी, डीपीओ आइसीडीएस