सरायगढ़ : प्रखंड मुख्यालय स्थित सभागार में गुरुवार को एडीएम अजय कुमार झा की उपस्थिति में एनडीआरएफ और अग्निशमन दस्ता के अधिकारियों ने प्रखंड क्षेत्र के स्वच्छताग्रही को आपदा से बचाव की जानकारी दी. इसमें आगजनी, सड़क सुरक्षा, प्राथमिक उपचार, घायल व्यक्ति का खून बहने से रोकने के उपाय, गैस सिलिंडर में लगी आग पर काबू पाने सहित अन्य के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी गयी. एनडीआरएफ टीम के निरीक्षक के पी बोराई ने कहा कि आपदा किसी भी वक्त कहीं भी आ सकता है.
इससे निपटने के लिए लोगों को प्रशिक्षित होना अति आवश्यक है. कहा कि अक्सर लोग सड़क दुर्घटना में जख्मी होते हैं और जख्मी व्यक्ति का सबसे पहले शरीर से खून ही बहता है. इसलिये जख्मी व्यक्ति को सबसे पहले खून के बहाव को रोकना है. खून का बहाव रुक जाने से जख्मी व्यक्ति का मौत होने की संभावना कम हो जाती है. उन्होंने तेज गति से बाइक नहीं चलाने और बाइक चालक को जूता, हेलमेट पहन कर ही बाइक चलाने की नसीहत दी.
उन्होंने कहा की आजकल गैस सिलिंडर से बड़ी-बड़ी आगजनी की घटना घट रही है. इस पर नियंत्रण पाना जरूरी है. गैस सिलिंडर से थोड़ी सी असावधानी बरतने पर गैस का रिसाव होने पर आग लग जाती है. अविलंब उसे गीले कपड़े से ढक देना चाहिये. गीले कपड़े से सिलिंडर को ढकने से आग समाप्त हो जाती है. इस मौके पर बीडीओ वीरेंद्र कुमार, सीओ शरत कुमार मंडल, कार्यक्रम समन्वयक सियाराम यादव, एनडीआरएफ टीम के क्षेत्रीय निरीक्षक ओमप्रकाश दास, विश्वनाथ सहनी, जितेंद्र कुमार, यशवंत कुमार, चंदन कुमार सहित बड़ी संख्या में प्रखंड क्षेत्र के स्वच्छताग्रही मौजूद थे.