राघोपुर : रेफरल अस्पताल राघोपुर को सदर अस्पताल के बाद दूसरा स्थान प्राप्त है. लेकिन पिछले कुछ दिनों से एएनएम एवं अन्य चिकित्सा कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से व्यवस्था पूरी तरह लचर हो गयी है. जिसका सीधा प्रभाव यहां के चिकित्सा व्यवस्था पर दिख रहा है. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ दीप नारायण राम ने बताया कि अस्पताल में चिकित्सक, स्वास्थ्य कर्मी सहित अन्य कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने के कारण अस्पताल की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी है.
हड़ताल के कारण वर्तमान में सिर्फ इमरजेंसी मरीजों को ही देखा जा रहा है. हड़ताल से पूर्व जहां ढाई सौ से तीन सौ के बीच मरीजों का उपचार किया जाता था. वहीं हड़ताल के कारण मरीजों को संख्या घटकर सौ से डेढ़ सौ तक सिमट चुकी है. डॉ राम ने बताया कि हड़ताल के कारण जहां टीकाकरण कार्य बाधित हो रहा है, वहीं जननी बाल सुरक्षा योजना एवं परिवार नियोजन के लाभार्थियों को भुगतान नहीं हो पा रहा है. अस्पताल परिसर में गुरुवार को संविदा कर्मियों का अनिश्चित कालीन हड़ताल जारी रहा.
हड़ताल पर डटे कर्मियों ने बताया कि वे सभी तकरीबन 12 वर्षों से सरकार के सारे कामों को निपटाने के साथ साथ स्वास्थ्य विभाग का भी सभी टारगेट पूरा करते आ रहे हैं. बताया कि उनलोगों ने भूखे रहकर भी सरकार के निर्देशों का पालन किया है. लेकिन जब सरकार द्वारा उनके मांगों की दिशा में किसी प्रकार का पहल नहीं किया गया. जिस कारण विवश होकर उनलोगों को हड़ताल का रास्ता अपनाना पड़ा. मौके पर नगीना झा, प्रीति देवी, आरती झा, बबिता देवी, कंचना देवी, राधा देवी, राधा कुमारी, सुमित्रा देवी, रामकुमारी, डॉ परमेश्वर, भरत, रणधीर कुमार, प्रमोद झा, अंजना कुमारी, प्रतिभा सिंह, टीना कंठ, रोशनी देवी, रत्ना भट्टाचार्य, सीता देवी, गीता देवी, अंजू देवी, रेखा देवी सहित अन्य कर्मी मौजूद थे.