21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

महाराजगंज से चौथे दिन बरामद हुआ रोहित

सफलता . 13 मई को हुआ था अपहरण, मांगी गयी थी सात लाख की फिरौती महाराजगंज के बगौछा से हुई बरामदगी, मामले में एक गिरफ्तार सीवान : चैनपुर ओपी के मेंहदार शिव मंदिर से अपहृत रोहित उर्फ खेसारी को महाराजगंज थाने के बगौछा गांव से सोमवार की देर संध्या पुलिस ने बरामद कर लिया. 13 […]

सफलता . 13 मई को हुआ था अपहरण, मांगी गयी थी सात लाख की फिरौती

महाराजगंज के बगौछा से हुई बरामदगी, मामले में एक गिरफ्तार
सीवान : चैनपुर ओपी के मेंहदार शिव मंदिर से अपहृत रोहित उर्फ खेसारी को महाराजगंज थाने के बगौछा गांव से सोमवार की देर संध्या पुलिस ने बरामद कर लिया. 13 मई को अपनी चचेरी बहन की सगाई में पहुंचे पांच वर्षीय रोहित का अपहरण कर लिया गया था और इसके अगले दिन मोबाइल पर सात लाख की फिरौती मांगी गयी थी
जिसके बाद एसपी सौरभ कुमार शाह ने एएसपी कार्तिकेय शर्मा के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया था, जो लगातार कार्रवाई में जुटी थी. मंगलवार को अपने कार्यालय कक्ष में राेहित की बरामदगी की सूचना देते हुए एसपी ने बताया कि पुलिस की लगातार छापेमारी के बाद अपहरणकर्ताओं ने उसे बगौछा गांव में लाकर छोड़ दिया. इसके बाद पुलिस ने बच्चे को बरामद कर लिया. एसपी ने बताया कि इस मामले का मुख्य सूत्रधार महाराजगंज के देवरिया का चुन्नू चौधरी है,
जो रोहित का पट्टीदार है. इस मामले में उसके साथ चार-पांच अन्य लोग शामिल हैं. चुन्नू के भाई गुड्डू इस अपहरण कांड में शामिल रहा है, उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. उसने पुलिस को पूछताछ में इस मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए अन्य लोगों का भी नाम बताया है, जो इस अपहरण को अंजाम देने में सहयोगी रहे हैं. पुलिस इसकी भी जांच कर रही है.
पुलिस ने तीन अन्य को भी हिरासत में लिया है. एसपी श्री शाह ने बताया कि अपहरण का मास्टर मांइड चुन्नू पर पहले से भी दो मामले दर्ज हैं. पुलिस ने रोहित को उसके परिजनों के हवाले कर दिया है. छापेमारी टीम में एसआइटी के मनोज कुमार, चैनपुर ओपी थानाध्यक्ष दिनेश राम, मुफस्सिल थानाध्यक्ष विनय प्रताप सिंह, महादेवा ओपी थानाध्यक्ष शंभूनाथ सिंह भी शामिल रहे.
अपहरण का कारण तलाश रही पुलिस : महाराजगंज थाने के देवरिया निवासी वीरेंद्र चौधरी के पांच वर्षीय पुत्र रोहित कुमार की सकुशल बरामदगी से पुलिस और उसके परिजनों ने राहत की सांस ली है.
लेकिन रोहित के अपहरण का कारण क्या रहा है. इसकी गुत्थी सुलझाने में पुलिस लगी है. उसके परिजन भी यह नहीं समझ पा रहे हैं कि उसका अपहरण आखिर किसलिए किया गया. वीरेंद्र चौधरी को ऐसा अंदेशा भी नही रहा होगा कि उसके पट्टीदारी का भाई ही ऐसा साजिश रच देगा. ऐसे भी वीरेंद्र के परिवार के स्थिति बहुत अच्छी नहीं है. ऐसे में सात लाख फिरौती भी दबाव बनाने और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के लिए किये जाने की आशंका है. पुलिस को संपत्ति संबंधी विवाद की जानकारी मिली है. इसकी जांच की जा रही है.
चुन्नू ने मांगी थी रंगदारी : अपहरणकांड के मास्टरमाइंड चुन्नू ने राेहित के पिता से फोन पर सात लाख की फिरौती मांगी थी और नहीं देने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी थी. पुलिस की जांच में यह मामला स्पष्ट हो चुका है. पुलिस के अनुसार इस मामले में धमकी मिलने के बाद से ही पुलिस तकनीकी स्तर पर भी जांच व छापेमारी में लगी थी.
पुलिस के अनुसार चुन्नू ने अपहरण के साजिश रचने के दौरान ही किसी अन्य के नाम से एक सिम लिया, जिसका वह अपने मोबाइल में प्रयोग कर रहा था और इसी नंबर से फिरौती मांगी गयी. पुलिस का कहना है कि चुन्नू का अपना नंबर और यह नंबर एक ही मोबाइल में काम कर रहा था.
अपहरण कांड का मास्टरमाइंड है चुन्नू, गिरफ्तार भाई गया जेल
अपने कलेजे के टुकड़े को पाकर खिले परिजनों के चेहरे
चार दिन बाद अपने कलेजे के टुकड़े को सकुशल पाकर रोहित के परिजनों के चेहरे खिल उठे. उसकी मां रागिनी की आंखों में खुशी के आंसू थे और वह उससे लिपटी हुई थी. रोहित भी अपनी मां के दामन में समा कर राहत महसूस कर रहा था. उसके पिता वीरेंद्र ने अपने बेटे की सकुशल वापसी पर संतोष जताते हुए पुलिस का भी आभार जताया है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें