महाराजगंज : आम बजट को जदयू ने गरीब विरोधी एवं निराशा जनक करार दिया है. महाराजगंज के विधायक हेम नारायण साह ने इस बजट को आम हितों के विपरीत बताते हुए कहा है कि इस बजट में गरीब, मजदूर तथा किसानों की घोर उपेक्षा की गयी है. लाखों युवाओं को तत्काल रोजगार देने का वादा करने वाली मोदी सरकार ने रोजगार सृजन के नाम पर चुप्पी साध ली है. विशेष पैकेज की घोषणा करने वाली भाजपा ने बिहार की विशेष सहायता राशि शून्य कर दी है.
भाकपा के जिला सचिव ध्रुव प्रसाद ने कहा कि केंद्र सरकार की बजट कॉरपोरेट सेक्टर और निजीकरण का बजट है. किसी भी स्तर पर गरीबों की बात नहीं की गयी है. यह निजीकरण को बढ़ावा देने वाला बजट है. राजनीतिक दलों के चंदा लिये जाने पर नयी पहल कर सरकार ने सराहनीय कदम उठाया है. राष्ट्रवादी युवा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नागमणि सिंह ने कहा है कि बजट चुनावी है. सबसे खास बात राजनीतिक दलों के चंदा पर शिकंजा कसना रहा.
पूरे बजट में यही एक बात सही रही. इसके अलावा और कुछ भी इस बजट में नहीं है. कांग्रेस के रमेश उपाध्याय ने कहा कि मोदी सरकार के चुनावी वायदे पूरी तरह से फेल हो गये हैं. बजट निराशाजनक रहा. महाराजगंज के भाजपा सांसद प्रतिनिधि मोहन कुमार पद्माकर ने वित्तमंत्री द्वारा पेश किये गये बजट की सराहना की है. भाजपा के संजय सिंह ने कहा है कि बजट से गांव -गरीब, किसान, मजदूर, पिछड़ा वर्ग के लिए यह दिन दीपावली से कम नहीं है. वित्तमंत्री और नरेंद्र मोदी ने देश की हर वर्ग की जनता को ध्यान में रख कर बजट पेश किया है.
भाजपा के मिथिलेश कुमार सिंह ने कहा है कि बजट में किसानों के लिए ऐतिहासिक पहल की गयी .