सीवान : एक जनवरी को भाकपा माले के दो कार्यकर्ताओं की हत्या के विरोध में बुधवार को भाकपा माले द्वारा चक्का जाम का आयोजन किया गया था.चक्का जाम का जिले के विभिन्न भागों में आंशिक असर देखा गया. भाकपा माले के पूर्व विधायक अमरनाथ यादव व जिला सचिव नैमुद्दीन अंसारी के नेतृत्व में माले कार्यकर्ताओं ने शहर में एक प्रतिवाद मार्च भी निकाला. माले कार्यकर्ताओं ने जेपी चौक, गोपालगंज मोड़ व शहर के कुछ अन्य स्थानों पर चक्का जाम भी किया. लेकिन,
थोड़ी ही देर के बाद स्थिति सामान्य हो गयी. पूर्व विधायक व जिला सचिव ने संयुक्त रूप से कहा कि जिस समय पूरा देश नववर्ष का जश्न मनाने में लगा था, अररिया में जनसंहार रचा कर बिहार में नये साल में सुशासन की पोल खोल दी. बिहार में भूमि सुधार आज फौरी जरूरत है. एक तरफ दबंग सामंत हजारों एकड़ जमीन के मालिक हैं, तो दूसरी तरफ गरीबों को रहने के लिए जमीन भी नहीं है. इसको लेकर राज्य में आये दिन वारदात होती रहती है. माले नेताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि जनसंहार में तीन लोग मारे गये. तीन लोग लापता हैं. दर्जनों घायलों का इलाज चल रहा है. सभी घटनाएं स्थानीय थानाप्रभारी की उपस्थिति में हुई. माले नेताओं ने कहा कि इससे स्पष्ट हो गया है कि अपराधी सत्ता संरक्षित हैं. मारे गये माले कार्यकर्ताओं के परिजनों को 25 लाख मुआवजा व नामजद हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग माले नेताओं ने की. सभा को संबोधित करते हुए ऐपवा नेता सोहिला गुप्ता ने कहा कि महिला सशक्तीकरण की बात करनेवाले मुख्यमंत्री बताएं कि जिस तरह घर में घुस कर महिलाओं व स्कूली बच्चियों को अपराधियों ने पीटा, वह महिलाओं की सुरक्षा की पोल नहीं खोल रही है? सभा को जयनाथ यादव, शीतल पासवान, लालबहादुर, बच्चा प्रसाद, युगुल किशोर, हंसनाथ राम, शिवजी सहनी, सुरेंद्र प्रसाद, रमेश प्रसाद, पंडित जयशंकर कुमार व गौतम पांडेय ने संबोधित किया. सभा की अध्यक्षता खेमस जिलाध्यक्ष देवेंद्र राम ने की.
बुधवार को शहर के जेपी चौक पर सड़क जाम करते भाकपा माले कार्यकर्ता.