महाराजगंज : देश में नोटबंदी हुए एक महीने होने को है, स्थिति फिर भी संतोषजनक नहीं हो पाई है. महाराजगंज अनुमंडल के अधिकांश बैंकों से अभी मात्र 100 व 2000 रुपये ही मिल रहे हैं. एटीएम के हालात भी नहीं सुधर रहे हैं. शहर में दर्जन भर एटीएम में तीन-चार एटीएम पैसा दे भी रहे हैं. वो भी दो हजार के नोट. लेकिन अब परेशानी छोटे नोटों को लेकर है. कारण छोटे नोट सिर्फ बैंकों से मिल रहे हैं.
बाजार में जिनके पास 100 और 50 के नोट हैं वे किसी को देना नहीं चाहते. एटीएम में सौ के नोट डाले नहीं जा रहे हैं. जिनके खाता में दो हजार से कम राशि है उनके लिए एटीएम के दरवाजे फिलहाल विगत चार-पांच दिनों से बंद है. सरकार के गाइड लाइन के अनुसार एक व्यक्ति एटीएम से ढ़ाई हजार रुपये की निकासी कर सकता है. लेकिन शहर के किसी एटीएम से ढ़ाई हजार रुपये नहीं निकल रहे हैं. शहर के केनरा बैंक,आइडीबीआइ, स्टेट बैंक आदि के एटीएम के पास उपस्थित गार्ड बताते हैं कि सौ और पचास के नोट डाले ही नहीं जा रहे हैं
तो कहां से ढ़ाई हजार निकलेगा. किसी एटीएम के पास खड़ा होकर सिर्फ स्थिति का आकलन किया जाये तो यह साफ स्पष्ट हो जायेगा कि छोटे नोट को लेकर कितनी परेशानी है. एटीएम के पास लगी कतार में खड़े लोगों को देख कर आने वाले कतार में खड़ा होने से पहले यह सवाल करते हैं कि भइया क्या सौ-सौ के नोट एटीएम से निकल रहे हैं. तब जवाब मिलता है सिर्फ दो हजार का नोट. यदि किसी के खाता में दो हजार से कम की राशि है तो वह मायूस होकर लौट जाता है.
यदि एटीएम से पैसा निकालना हो तो दो हजार के नोट ही मिलेंगे. वो भी सिर्फ एक, जिनके हाथ में दो हजार का नोट मिल भी गया वो उसके छुट्टा कराने के लिए इस दुकान, उस दुकान घूम कर छुट्टा कराने के चक्कर में पड़ रहे हैं. दुकान पर सामान लेना हो तो कुछ काम बन सकता है लेकिन वो भी यदि दो या तीन सौ रुपये का सामान लेना हो तो कोई गुंजाइश नहीं.