रोते-बिलखते मृतक के परिजन.
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मात्र दो हजार रुपये के लिए ही दोस्तों ने कर दी हत्या
रोते-बिलखते मृतक के परिजन. करीब दो बजे पुलिस ने रेनुआ गांव के समीप से शाहिल के शव को किया था बरामद मृतक की बहन ने एफआइआर में चार को किया आरोपित सीवान : शहर के नया किला नवलपुर निवासी बड़ा बाबू के 16 वर्षीय पुत्र शाहिल का अपहरण कर हत्या किये जाने के मामले का […]
करीब दो बजे पुलिस ने रेनुआ गांव के समीप से शाहिल के शव को किया था बरामद
मृतक की बहन ने एफआइआर में चार को किया आरोपित
सीवान : शहर के नया किला नवलपुर निवासी बड़ा बाबू के 16 वर्षीय पुत्र शाहिल का अपहरण कर हत्या किये जाने के मामले का पूरी तरह खुलासा हो चुका है. शाहिल के दोस्तों ने ही महज दो हजार रुपए के लिए उसकी गला रेत कर हत्या करने के बाद शव को शहर से सटे रेनुआ गांव के समीप कूड़ों के ढेर में छुपा दिया था.पुलिस ने शुक्रवार की रात करीब दो बजे लाश को बरामद कर पूरे घटनाक्रम का परदाफाश कर दिया.
शाहिल की बहन शाहिना खातून ने शुक्रवार को नगर थाने में एफआइआर दर्ज कर अपने भाई शाहिल को घर से बुला कर ले जाने व हत्या कर लाश को गायब कर देने का आरोप लगाया. इस मामले में नयाकिला निवासी सद्दाम खान, सतपोखरिया निवासी अजीत राम, दखिन टोला निवासी सोनू व जाकिर मियां को आरोपित किया है. घरवालों ने इस बात को स्वीकार किया है कि दो हजार रुपए लेने के लिए सद्दाम कई बार घर आया था.
अजीत राम ने किया मामलें का भंडाफोड़ : घर से गायब शाहिल के घरवालों ने शाहिल के साथ काम करने वाले उसके दोस्त अजीत राम को उठा कर लाये और उसकी पिटाई करने लगे, तो सद्दाम आया तथा उसे निर्दोष बताने लगा. लेकिन जब दोनों की पिटाई लोगों ने की, तो अजीत ने बताया कि सद्दाम और शाहिल मिल कर स्मैक का धंधा करते हैं. उसी का दो हजार रुपया शाहिल सद्दाम को नहीं दे रहा था. इसी कारण सद्दाम ने हत्या कर उसके शव का ठिकाने लगाने में उसकी मदद ली. उसके बाद अजीत व सद्दाम को पुलिस अपने कब्जे में लेकर सदर अस्पताल लायी और लाश के विषय में काफी पूछताछ की. सद्दाम तो मुंह खोल नहीं रहा था तथा सिर्फ इतना कह रहा था कि शाहिल जिंदा है. देर रात एएसपी अरविंद कुमार ने अजीत को सरकारी गवाह बना कर मदद करने की बात कही, तो उसने पूरे घटना का परदाफाश कर दिया. उसके बाद देर रात पुलिस शाहिल के शव को बरामद करने में सफल हुई. अजीत में हत्या में शामिल करीब आधा दर्जन लोगों का नाम बताया है.
रुपये के लिए दोस्तों ने की हत्या
अजीत ने बताया कि सद्दाम, शाहिल और उसके कुछ अन्य साथी स्मैक का कारोबार करते थे. उसी संबंध में सद्दाम का दो हजार रुपया शाहिल के पास था, जो नहीं दे रहा था. इसी कारण उसकी हत्या सद्दाम ने अपने साथियों के साथ मिल कर कर दी. सद्दाम व शाहिल लूटपाट भी करते थे. पुलिस घटना से जुड़े सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है.
सुबोध कुमार, थानाध्यक्ष,नगर थाना,सीवान
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