30.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

मरीजों को अस्पताल से नहीं मिल रहीं दवाएं

परेशानी. काउंटर पर नहीं है सिरिंज तक उपलब्ध दवा के लिए भटक रहे लोग संसाधन के अभाव में गंभीर रोगियों का नहीं हो रहा इलाज सीवान : सदर अस्पताल में अब कई दवाएं नहीं मिलने से मरीज घर निराश होकर रोजाना लौट रहे हैं. यहां जो सुविधा मरीजों को मिलनी चाहिए, वह नहीं मिल पा […]

परेशानी. काउंटर पर नहीं है सिरिंज तक उपलब्ध

दवा के लिए भटक रहे लोग
संसाधन के अभाव में गंभीर रोगियों का नहीं हो रहा इलाज
सीवान : सदर अस्पताल में अब कई दवाएं नहीं मिलने से मरीज घर निराश होकर रोजाना लौट रहे हैं. यहां जो सुविधा मरीजों को मिलनी चाहिए, वह नहीं मिल पा रही है. यहां तो संसाधन के अभाव में गंभीर रोगियों का इलाज तक नहीं हो पा रहा है. जब भी कोई मार्ग दुर्घटना होती है, तो चिकित्सक तुरंत प्राथमिक उपचार कर पटना रेफर कर देते हैं. यही नहीं सोमवार को विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर लोग इसकी जांच कराने सदर अस्पताल पहुंचे, लेकिन जांच नही होने से लौट गये.
यहां शासन द्वारा करोड़ों रुपये खर्च किये गये हैं, लेकिन बेहतर स्वास्थ्य सेवा नहीं मिलने से लोग आये दिन परेशान हो रहे हैं. चिकित्सक तो दवा लिख दे रहे हैं, लेकिन दवा काउंटर पर दवा नहीं होने कारण उन्हें नहीं दी जा रही है. कुछ एक ही दवा मिल ही पा रहा है. लोग उम्मीद से आ रहे हैं कि दवा यहां मिल सकेगी और निजी क्लिनिक का सहारा नहीं लेना पड़ेगा.
यहां स्टोर में सिरिंज तक भी नहीं उपलब्ध है. सोमवार को दर्जन भर लोग एक सिरिंज के लिए ओेपीडी से लेकर इमरजेंसी तक चक्कर लगाते दिखे. इसके अलावा कई जीवनरक्षक दवाएं भी बाहर से खरीदनी पड़ रही हैं. सदर अस्पताल में जांच के लिए आयी टीम को लेकर कुछ व्यवस्था तो ठीक हुई थी, लेकिन अब फिर पुराने स्तर पर ही चल रहा है. सदर अस्पताल में जब प्रभात खबर टीम पहुंची, तो लोगों ने अपनी समस्याओं से अवगत कराया. इसमें दवा की किल्लत की बात सबसे अधिक थी.
सदर अस्पताल.
क्या कहते हैं लोग
सदर अस्पताल में शूगर की जांच कराने आया था. जब मैं डाॅक्टर के पास गया, तो जांच तो लिख दी गयी, लेकिन दवा काउंटर पर सिरिंज तक नही मिला. इससे काफी परेशानियां हुईं.
शैलेश कुमार सिंह
यहां की सुविधा से लग रहा है कि दिन-प्रतिदिन मरीजों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. अब मालूम चल रहा है कि अधिकांश दवा ही खत्म हो गयी है. इससे महंगी दर पर बाहर से दवा लेनी पड़ रही है.
विनोद सिंह पटेल
मैं तो रिक्शा चलाता हूं. तबीयत खराब होने पर सदर अस्पताल पहुंचा. यहां मालूम चला कि ज्यादातर दवाएं यहां नहीं मिलेंगी.
मेराजुद्दीन फोटो
मैं करीब 30 किलोमीटर से आंख दिखाने अस्पताल पहुंची. चिकित्सक ने दवा तो लिख दी, लेकिन दवा नहीं मिली. इसके बाद बाहर से खरीदनी पड़ी.
शैल देवी
दवा की पर्याप्त उपलब्धता यहां होनी चाहिए थी. साथ ही तरह-तरह की जांच भी व्यवस्था करायी जाये. जब अपने परिवार की जांच कराने ओपीडी में गया, तो कहा गया कि यह बाहर से होगी.
अरुण कुमार
आ गयी हैं कई दवाएं
दवा की जो कमी है, उसे जल्द ही दूर कर दिया जायेगा. कुछ दवाएं आ गयी हैं और कुछ आ रही हैं. विभागीय प्रक्रिया के बाद दवा सदर अस्पताल सहित अन्य अस्पतालों में उपलब्ध हो जायेगी. इससे कमी दूर हो जायेगी.
डाॅ शिवचंद्र झा, सिविल सर्जन, सीवान

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें