रघुनाथपुर : प्रखंड के नरहन गांव की सरयू नदी की तट पर प्रशासन की रोक के बावजूद लोगों की बड़ी संख्या में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा स्नान के लिए भीड़ उमड़ी रही. लोगों ने बारी-बारी से स्नान किया. लोगों का कहना है स्थानीय प्रशासन द्वारा किसी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं की गयी थी. बीडीओ पंकज कुमार उपाध्याय व सीओ बृजबिहारी कुमार मेला में गश्त लगाते रहे. स्नान घाट खतरा होने के कारण सरयू नदी में बड़ी दूर जान जोखिम में डाल कर हजारों लोगों ने स्नान किया. नदी के तेज कटाव के कारण करीब 20 से 25 मीटर बड़ी दलदल से होकर गुजरना राम भरोसे मालूम पड़ता था.
जो दलदल में लोगों की पैर एक फुट के आसपास धंस जाता था. जो खतरा से खाली नहीं था. जिससे मालूम पड़ता था की आस्था के आगे प्रशासन व कठिन डगर फीका पड़ गया. वहीं नदी तेज कटाव से स्नान के दौरान लोग भयभीत थे. मगर स्नान करना अास्था था. इस दौरान लोगों ने नरहन गांव की खाली बाबा की मंदिर व नाथ बाबा की मंदिर में पूजा-अर्चना किया. सीओ बृजबिहारी कुमार ने बताया की नरहन गांव की नदी के घाट पर स्नान के लिया प्रतिबंध कर दिया गया था. प्रशासन पुरी स्नान घाट पर तैनात किया गया जहां खतरा था .