भगवानपुर हाट : कृषि विज्ञान केंद्र, भगवानपुर हाट में प्रशिक्षण देते हुए राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा के वैज्ञानिक डाॅ एनके सिंह ने कहा कि बदलते परिवेश में धान की सीधी बोआई ही एकमात्र विकल्प है़ उन्होंने प्रशिक्षण सह प्रक्षेत्र दिवस में एकदिवसीय किसानों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में कहा कि धान की बोआई में बढ़ती लागत से किसान चिंतित है और खेती से अपना मुंह मोड़ रहे है़ं ऐसी स्थिति में कम लागत की तकनीक ही उनके लिए ज्यादा कारगर साबित हो रही है़
उन्होंने बताया कि धान की सीधी बोआई से किसानों को कम-से-कम 13 हजार रुपये प्रति एकड़ की बचत होगी़ साथ ही पर्यावरण को भी लाभ होगा़ उन्होंने बताया कि कादो करके धान की बोआई करने से मिथेन गैस का उत्सर्जन होता है, जो ओजोन परत के लिए हानिकारक होता है़ इस मौके पर डाॅ आरपी प्रसाद ने कहा कि धान की बाली निकलते समय गंधी किट के प्रकोप से बचने के लिए फेलीड्रॉल पाउडर का सुबह छिड़काव करें. इस मौके पर डॉ आरके मंडल, डाॅ वरुण आदि मौजूद रहे.