सीवान : शक्ति की अधिष्ठात्रि मां दुर्गा की पूजा उपासना का अनुष्ठान शारदीय नवरात्र इस बार 10 दिनों का होगा़ इस महापर्व में एक-दो जगह नहीं, बल्कि पूरा का पूरा टोला सहित शहर भक्तिमय हो जाता है़ आम तौर पर नौ दिनों तक चलने वाले इस अनुष्ठान में मां दुर्गा के नौ रूपों क्रमश: शैलपुत्री, […]
सीवान : शक्ति की अधिष्ठात्रि मां दुर्गा की पूजा उपासना का अनुष्ठान शारदीय नवरात्र इस बार 10 दिनों का होगा़ इस महापर्व में एक-दो जगह नहीं, बल्कि पूरा का पूरा टोला सहित शहर भक्तिमय हो जाता है़ आम तौर पर नौ दिनों तक चलने वाले इस अनुष्ठान में मां दुर्गा के नौ रूपों क्रमश: शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी व सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है़ हालांकि तिथि घटने पर कभी यह अनुष्ठान आठ दिनों का हो जाता है़
परंतु, इस बार एक दिन बढ़ ही रहा है़ एक से लेकर 10 अक्तूबर तक इसे मनाया जायेगा़ इसके बाद 11वें दिन विजयादशमी मनायी जायेगी़ एक अक्तूबर शनिवार को कलश स्थापन के बाद मां के प्रथम रूप शैलपुत्री की पूजा होगी, दो तारीख की सुबह 5.33 बजे द्वितीय लग रही है, तो तीन तारीख की सुबह 7.44 बजे तक सूर्योदय के बाद इसके खत्म होने के कारण पूरा दिन द्वितीय माना जायेगा. इसी कारण नवरात्रि 10 दिन की हो रही है़
घोड़े पर आयेंगी माता और जायेंगी मुरगा पर, आना-जाना अशुभ : इस बार माता का आगमन घोड़ा पर है, वहीं गमन मुरगा पर हो रहा है़ इस कारण से आना व जाना दोनों शुभ नहीं है़ ज्योतिषाचार्य के अनुसार घोड़ा पर आगमन का मतलब भयावह होता है. युद्ध, मरकट सहित देश के किसी बड़े नेता का दुर्घटना इसका फल होता है. वहीं मुरगा पर जाना भी हर मामले में शुभ नही होता है. गमन मुरगा पर होने से अापसी कलह होती है़
एक अक्तूबर को कलश स्थापना के साथ शुरू हो जायेगी पूजा उपासना
11वें दिन होगी विजयादशमी
नवरात्र तारीख दिन
प्रतिपदा 1.10.2016 शनिवार
द्वितीया 2.10.2016 रविवार
द्वितीया 3.10.2016 सोमवार
तृतीया 4.10.2016 मंगलवार
चतुर्थी 5.10.2016 बुधवार
पंचमी 6.10.2016 गुरुवार
षष्ठी 7.10.2016 शुक्रवार
सप्तमी 8.10.2016 शनिवार
अष्टमी 9.10.2016 रविवार
नवमी 10.10.2016 सोमवार
दशमी 11.10.2016 मंगलवार
आम तौर पर नवरात्र नौ दिनों की होती है़ कभी-कभी तिथि घटती-बढ़ती है. नवरात्र का बढ़ना शुभ माना जाता है़ यह सुख-शांति व समृद्धि का सूचक है़ देश में राजनीतिक स्थिरता बनी रहेगी़ इस बार द्वितीय तिथि दो दिन है़
पंडित मुकेश कुमार तिवारी