सीवान : जिले की त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थाओं के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को प्रशिक्षण देने के लिए जिलास्तरीय प्रशिक्षकों की सूची में करीब आधा दर्जन से अधिक ऐसे प्रशिक्षकों के नाम हैं, जो बिना किसी चुनाव प्रक्रिया के ही प्रशिक्षक बन गये हैं. हां, यह बात सही है कि इनमें से कुछ ऐसे भी प्रशिक्षक हैं, जिनके पति या पत्नी प्रशिक्षक या शिक्षक के रूप में जिलास्तरीय प्रशिक्षक है. पंचायत प्रतिनिधियों को प्रशिक्षण देने के लिए जिले में 2008 में 60 लोगों को पंचायती राज विभाग द्वारा 60 दिनों का प्रशिक्षण देकर जिलास्तरीय प्रशिक्षक बनाया गया था.
उसके बाद उनकी छपरा में आयोजित योग्यता जांच परीक्षा ली गयी. इस साल जब पंचायत प्रतिनिधियों को प्रशिक्षण देने की बात हुई, तो उसमें से 20 प्रशिक्षक ही उपस्थित हो सके. विभाग ने प्रशिक्षण देने के लिए शिक्षा विभाग से 20 शिक्षकों की मांग की. लेकिन, रिफ्रेशमेंट प्रशिक्षण में 32 के आसपास ही प्रशिक्षक व शिक्षक उपस्थित हो सके. करीब आठ प्रशिक्षकों की खाली पड़ी सीट को बिना किसी चुनाव प्रक्रिया व विधिवत प्रशिक्षण के बाहरी लोगों का नाम जोड़ कर 40 जिलास्तरीय प्रशिक्षकों की टीम बना दी गयी. गुरुवार से पंचायत प्रतिनिधियों का प्रशिक्षण पंचायत स्तर पर नियुक्त जिलास्तरीय प्रशिक्षकों द्वारा प्रशिक्षण देने का काम शुरू हो गया है.
पहले से प्रशिक्षक पति ने पत्नी व पत्नी ने पति को बनाया प्रशिक्षक
प्रशिक्षकों को दी गयी ट्रेनिंग
प्रशिक्षक हैं, उन्हें ट्रेनिंग दी गयी है. उसके बाद ही ये लोग त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों को प्रशिक्षण दे रहे हैं. बिना प्रक्रिया पूरी किये ऐसे चयन का मामला संज्ञान में आने पर कार्रवाई होगी.
राजकुमार, डीडीसी, सीवान