सीवान : गुरुवार को नगर के जेपी चौक पर शहीद पत्रकार राजदेव रंजन की हत्याकांड की अभी तक परदाफाश नहीं होने को लेकर तीन बिंदुओं पर सारण के प्रमंडल के पत्रकारों ने एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन का आयोजन किया. कार्यक्रम का आयोजन प्रमंडलीय पत्रकार संघ के बैनर तले हुआ. धरना को संबोधित करते हुए वरीय पत्रकार अरविंद कुमार पांडेय ने कहा कि घटना के करीब तीन माह बाद भी आज तक सीबीआइ द्वारा मामले की जांच शुरू नहीं की गयी.
और ना ही पुलिस प्रशासन द्वारा हत्या के कारणों का खुलासा किया गया. इस मामले में पुलिस कारणों का खुलासा करने में विफल साबित हुई है. पुलिस द्वारा कुछेक अपराधियों की गिरफ्तारी की गयी, लेकिन हत्या के मूल कारणों का अब तक खुलासा नहीं किया गया. पत्रकार कैलाश कश्यप ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा राजदेव हत्याकांड की जांच सीबीआइ से कराने की अनुशंसा किये जाने के बावजूद मामला अधर में लटका हुआ है.
धरना के बाद पत्रकारों का एक शिष्टमंडल जिलाधिकारी से मिल कर एक मांग पत्र सौंपा. इसके माध्यम से मांग की गयी कि राजदेव हत्याकांड की जांच सीबीआइ से तत्काल शुरू की जाये, मृत पत्रकार की पत्नी व बच्चों को पूर्ण सुरक्षा दी जाये, राजदेव रंजन की शिक्षिका पत्नी को नौकरी स्थायी हो, परिजनों को 25 लाख का सरकार मुआवजा दे, पत्रकार के बेटे व बेटी की पढ़ार्इ-लिखाई का खर्च राज्य सरकार वहन करे. पत्रकारों की सुरक्षा केंद्र व राज्य सरकार सुनिश्चित करे आदि शामिल हैं. इस दौरान पत्रकार की विधवा आशा रंजन, पत्रकार अभिषेक श्रीवास्तव, प्रमोद रंजन, निरंजन कुमार, मनोज कुमार, अनीष पुरुषार्थी, कृष्णमोहन शर्मा, अमित कुमार, नेयाज आलम, चंदन कुमार, अनुराग नाथ त्रिपाठी, अरविंद पाठक, सुशील कुमार, अमरनाथ शर्मा, मिथिलेश सिंह, मुश्ताक आलम, जमाले फारूक, दीपक कुमार, अरुण कुमार मिश्र, अफजल अनवर, विवेक कुमार सिंह, अरविंद सिंह, आशीष श्रीवास्तव, मणिकांत उपस्थित रहे.