महाराजगंज : अनुमंडल मुख्यालय की मुख्य सड़क की दोनों ओर बांसफोर जाति के लोग खानाबदोश की स्थिति में रह रहे हैं. इन्हें जमीन तो दे दी गयी, परंतु आवास का निर्माण अब तक नहीं हो सका है. महादलित समुदाय से आनेवाले ये लोग पिछले सौ वर्षों से अधिक समय से यहां रह चुके हैं. सड़क पर पहले इतने वाहन नहीं चलते थे, परंतु अब तेज गति से चलनेवाले वाहनों की भरमार है. ऐसे में ये लोग अक्सर दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं.
वहां से इनके स्थानांतरित हो जाने के बाद मुख्य पथ के सामने पथ के सामने स्थित बोर्ड मिडिल स्कूल तथा उमाशंकर प्रसाद प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को गंदगी से निजात मिलेगी. इस जाति के बच्चे आज भी किसी विद्यालय में पढ़ने नहीं जाते. पहले तो ये पथ के एक साइड में तीन-चार झोंपड़ीनुमा घर बना रहते थे, लेकिन इनकी संख्या इतनी बढ़ गयी है कि ये सड़क के दोनों किनारे करीब 20 से 25 झोंपड़ीनुमा घर बना कर रहते हैं.
इस बीच अपने दौरे के क्रम में तीन बार महादलित आयोग के सदस्य बबन राउत ने बस्ती में आकर इन्हें तरह-तरह की योजना का लाभ देने की घोषणा की, लेकिन आजतक उसे अमलीजामा नहीं पहनाया गया. वहीं, सरकार ने तो उन्हें जमीन मुहैया करा दी है लेकिन आवास बनाने के लिए अभी तक राशि नहीं आवंटित की गयी. नगर पंचायत अध्यक्ष शारदा देवी का कहना है कि इनके लिए आवास योजना की राशि के लिए नगर विकास विभाग को आवेदन दिया गया है.