सदर अस्पताल प्रशासन करीब दो सौ चादरों को धुलवाता है रोज
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मरीजों को नहीं मिलती चादर
सदर अस्पताल प्रशासन करीब दो सौ चादरों को धुलवाता है रोज सीवान : सदर अस्पताल में मरीजों को विभाग के निर्देश के आलोक में बेडों पर बिछाने के लिए न तो चादरें मिलती हैं और न रोस्टर के मुताबिक मरीजों को खाना ही दिया जाता है. चादरों को बिछाने के लिए एक कर्मचारी की ड्यूटी […]
सीवान : सदर अस्पताल में मरीजों को विभाग के निर्देश के आलोक में बेडों पर बिछाने के लिए न तो चादरें मिलती हैं और न रोस्टर के मुताबिक मरीजों को खाना ही दिया जाता है. चादरों को बिछाने के लिए एक कर्मचारी की ड्यूटी लगायी गयी है. लेकिन मरीजों को चादर नहीं मिलती है. विभाग ने कर्मचारियों की मनमानी को रोकने के लिए दिन के अनुसार चादरों का रंग भी निर्धारित कर दिया है, जिससे पता चले कि कर्मचारी ने बेडों पर चादर बिछायी है की नहीं. सदर अस्पताल में मरीजों के बेड पर चादरें तब बिछती है, जब डीएम या विभाग का कोई अफसर आनेवाले होते हैं.
सदर अस्पताल में भरती मरीजों को रोस्टर के मुताबिक डायट नहीं मिलने से मरीज को परेशानी होती है. अधिकांशत: दोपहर व रात में मरीजों को चावल, दाल, रोटी व सब्जी उपलब्ध करायी जाती है. कभी-कभी मरीजों को सुबह में पावरोटी व दूध उपलब्ध कराया जाता है. मौसम के अनुसार फलों व अंडा ठेकेदार के कर्मचारी अपनी इच्छा से मरीजों को उपलब्ध कराते हैं.
रोज धुलती हैं दो सौ चादरें, 35 मरीज रोज खाते हैं खाना : सदर अस्पताल में एक चौंकानेवाला आंकड़ा मिला है. मरीजों के बेडों पर चादरें नहीं बिछती हैं. उस परिस्थिति में भी अस्पताल प्रशासन रोज करीब दो सौ चादरों को धुलवाता है. सदर अस्पताल के ओटी में रोज ऑपरेशन होता है. लेकिन, इसमें प्रयोग होनेवाले अधिकतर एप्रान रेक्सिन के हैं, जिसे कर्मचारी ही धो देते हैं. कितनी चादरें धुलने के लिए गयीं. इसका विभाग के पास कोई लेखा-जोखा नहीं रहता है. ठेकेदार का कर्मचारी अपने मनमुताबिक चादरों की संख्या को अपने रजिस्टर पर दर्ज कर कर्मचारी से दस्तखस्त करा लेता है.
महिला वार्ड की कर्मचारी ने कई माह से रजिस्टर पर दस्तखत करना ही छोड़ दिया. सदर अस्पताल में ऐसा कोई दिन नहीं रहा होगा, जब 35 मरीज भरती हुए हों. लेकिन, प्रतिदन 35 मरीजों का रोज डायट बनाया जाता है. डायट बनाने में विभाग के कर्मचारियों का कोई योगदान नहीं है.जो मन में आया ठेकेदार के कर्मचारियों ने बना लिया.
मरीजों को रोस्टर के मुताबिक नहीं मिलता है गुणवतापूर्ण डायट
मई में कपड़े धुलाने का आंकड़ा
बड़ा कपड़ा 4409
छोटा कपड़ा 1547
डायट का ब्योरा
महिला वार्ड 773 मरीज
पुरुष वार्ड 85 मरीज
नशामुक्ति केंद्र 175 मरीज
अस्पताल प्रशासन के पास नहीं है कपड़ा धुलाई व डायट का लेखा जोखा
पुरुष की तुलना में 10 गुना अधिक खाना खाती हैं महिला मरीज
क्या कहते हैं मरीज
दोपहर व रात में रोटी, चावल, दाल व सब्जी खाने को मिलता है. कर्मचारियों द्वारा सुबह में कभी-कभी नाश्ता और शाम में कभी-कभी चाय दी जाती है. खाने की गुणवत्ता उतनी अच्छी नहीं होती.
बिगु चौधरी
रविवार से सदर अस्पताल में उनका मरीज भरती है. लेकिन, आज तक मरीज को अस्पताल द्वारा खाना उपलब्ध नहीं कराया गया. परिजनों ने बताया कि कर्मचारी आते हैं, लेकिन उनके मरीज को खाना नहीं देते हैं.
रामाजी साह
दोपहर और रात में खाना मिलता है. सुबह और शाम में कभी-कभी नाश्ता और चाय मिलता है. कर्मचारी कभी-कभी अंडा,आम व एक केला भी देते है. खाना उतना अच्छा नहीं होता है, लेकिन पेट भरने के लिए खाना पड़ता है.
गुड़िया देवी
क्या कहते हैं अधिकारी
अगर किसी मरीज या उसके अभिभावक शिकायत करते हैं, तो ठेकेदार के ऊपर विभागीय कार्रवाई की जायेगी. हरसंभव प्रयास रहता है कि मरीजों को अस्पताल से मिलनेवाली सुविधा का लाभ मिले. मरीजों को जो शिकायत आपके माध्यम से मिली है, उसे देखा जायेगा. अगर कार्य में लापरवाही मिली, तो कार्रवाई होगी.
डाॅ शिवचंद झा, सिविल सर्जन, सीवान
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