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क्षमता विस्तार से सुधरेगी आपूर्ति
सराहनीय. िवद्युत ग्रिड में 70 के अलावा 50 एमवीए के लगाये जा रहे ट्रांसफाॅर्मर जिले में विद्युत आपूर्ति की क्षमता बढ़ाने के लिए विद्युत विभाग ने प्रयास शुरू कर दिया है. इससे उपभोक्ताओं में हर्ष का माहौल है. ग्रिड की क्षमता में 71.5 फीसदी की बढ़ोतरी की जा रही है. इससे अगले माह से उपभोक्ताओं […]
सराहनीय. िवद्युत ग्रिड में 70 के अलावा 50 एमवीए के लगाये जा रहे ट्रांसफाॅर्मर
जिले में विद्युत आपूर्ति की क्षमता बढ़ाने के लिए विद्युत विभाग ने प्रयास शुरू कर दिया है. इससे उपभोक्ताओं में हर्ष का माहौल है. ग्रिड की क्षमता में 71.5 फीसदी की बढ़ोतरी की जा रही है. इससे अगले माह से उपभोक्ताओं को काफी राहत मिल जायेगी. फिलवक्त आवश्यकता से काफी कम बिजली मिलने की वजह से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
मनीष गिरि
सीवान : विद्युत संकट से जूझ रहे उपभोक्ताओं के लिए राहत भरी खबर है. ग्रिड क्षमता का चल रहा विस्तार कार्य अप्रैल के अंत तक पूरा हो जाने पर मई से आपूर्ति में व्यापक सुधार होने की उम्मीद है. गरमी से जूझते लोगों को आपूर्ति में सुधार की स्थिति में जल्द ही 24 घंटे बिजली मिलने लगेगी. ग्रिड की क्षमता में 71.5 फीसदी की बढ़ोतरी की जा रही है.
ग्रिड के सहायक विद्युत अभियंता शशांक भूषण ने बताया कि मौजूदा समय में ग्रिड की क्षमता 70 एमवीए है, जहां 50 व 20 एमवीए के दो ट्रांसफाॅर्मर काम कर रहे हैं. इन दोनो ट्रांसफाॅर्मरों पर अधिकतम 80 फीसदी लोड ही दिया जा सकता है. ग्रिड की क्षमता में वृद्धि करते हुए 50 एमवीए का नया ट्रांसफाॅर्मर लगाया जा रहा है. इससे अब जिले के पास 120 एमवीए की क्षमता हो जायेगी. नये ट्रासंफाॅर्मर के अगले माह से काम करने की संभावना है. मौजूदा समय में जिले में बिजली उपभोक्ताओं की कुल संख्या दो लाख से अधिक है. जिले को 75 से 80 मेगावाट बिजली की आवश्यकता है. ग्रिड की क्षमता कम होने के कारण 45 से 50 मेगावाट बिजली ही प्राप्त हो पाती है. इससे रोटेशन के आधार पर ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति हो पाती है. ऐसे मे क्षमता विस्तार से उपभोक्ताओं को राहत मिलने की उम्मीद जगी है.
गरमी में बढ़ जाती है 30 फीसदी मांग : मौसम के मिजाज से बिजली का सीधा रिश्ता है. ठंड के मौसम के बजाय गरमी के मौसम में तकरीबन 30 फीसदी तक बिजली की मांग बढ़ जाती है. सबसे अधिक बिजली की खपत एयर कंडीशन व कूलर में होती है. बिजली नहीं होने के कारण लोगों का जीना मुहाल हो जाता है. मौजूदा समय में बिजली के संकट से लोग परेशान हैं.
बदला जा रहा जर्जर तार : वर्षों से आपूर्ति के लिए लगाया गया विद्युत तार जर्जर हो गया है. इस कारण आपूर्ति बाधित होना, बिजली की हानि व तार टूटने से हादसे की शिकायत आम बात है. इसे देखते हुए विभागीय स्तर पर विद्युत तार बदलने का काम चल रहा है. तकरीबन 35 किलोमीटर तक 11 केवीए का तार बदला जा चुका है. इसके साथ ही 45 किलोमीटर तक एलटी तार बदला गया है.
ट्रासंफाॅर्मरों की क्षमता का किया जा रहा विस्तार : ग्रामीण क्षेत्रों में आमतौर पर विद्युत उपभोक्ताओं के बढ़ने के चलते लोड के अनुरूप क्षमता का विस्तार नहीं होने से आये दिन ट्रांसफाॅर्मर के जलने व खराब रहने की शिकायत रहती है. इसे देखते हुए विभागीयस्तर पर बड़े पैमाने पर ट्रांसफाॅर्मर बदलने का कार्य चल रहा है.
परियोजना के कनीय अभियंता ऋषभ कुमार ने बताया कि 63 केवीए की जगह 22 ट्रांसफाॅर्मर 100 केवीए का तथा 100 केवीए की जगह 40 ट्रांसफाॅर्मर 200 केवीए का लगाया गया है. ग्रामीण क्षेत्र में 200 केवीए के 36 तथा 100 केवीए के 13 नये ट्रांसफाॅर्मर लगाये गये हैं.
उन्होंने बताया कि शहरी क्षेत्र में 100 केवीए के 26 नये ट्रांसफाॅर्मर लगाये जाने के साथ ही 100 केवीए के छह ट्रांसफाॅर्मरों की क्षमता का विस्तार कर 200 केवीए कर दिया गया है. दूसरी ओर, जर्जर हो चुके 90 ट्रांसफाॅर्मर की मरम्मत की गयी है.
कहते हैं अधिकारी
जिले में विद्युत के क्षेत्र में तेजी से सुधार हो रहा है. आनेवाले समय में उपभोक्ताओं को काफी सहूलियत होगी. बसंतपुर में बन रहे नये ग्रिड के चालू हो जाने से हमारी क्षमता और बढ़ जायेगी.
अखिलेश चंद्र मिश्र, विद्युत कार्यपालक अभियंता, सीवान
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