रघुनाथपुर : स्वयं सेवी संस्था प्रवीर सेवा संस्थान द्वारा भाषण प्रतियोगिता का आयोजन रविवार को रेफरल अस्पताल में किया गया. इस दौरान नारी सशक्तीकरण, साक्षरता, सफाई, स्वास्थ्य आदि विषयों पर स्कूली बच्चों ने भाषण प्रस्तुत किया. सभी बच्चों ने अपने-अपने हिसाब से भाषण दिये़ कार्यक्रम की अध्यक्षता अविनाश कुमार व नेहरू युवा केंद्र संगठन के […]
रघुनाथपुर : स्वयं सेवी संस्था प्रवीर सेवा संस्थान द्वारा भाषण प्रतियोगिता का आयोजन रविवार को रेफरल अस्पताल में किया गया. इस दौरान नारी सशक्तीकरण, साक्षरता, सफाई, स्वास्थ्य आदि विषयों पर स्कूली बच्चों ने भाषण प्रस्तुत किया. सभी बच्चों ने अपने-अपने हिसाब से भाषण दिये़ कार्यक्रम की अध्यक्षता अविनाश कुमार व नेहरू युवा केंद्र संगठन के जिला लेखापाल ईश्वरदेव यादव ने की. श्री यादव ने कहा कि युवा में बड़ी शक्ति होती है.
आप संगठित रहेंगे, तो समाज संगठित रहेगा. साथ ही देश संगठित रहेगा. मौके पर सीओ अंचला सिंह, स्वाति कुमारी, संगीता कुमारी, सीमा, बेबी, रवि, नीरज, अमित, मनीष, प्रिंस, पुष्पा, संतोष सहित दर्जनों बच्चों ने भाग लिया, जिसमें हजारी प्रसाद साह स्वास्थ्य पर भाषण देकर प्रथम रहे, वहीं निहारिका कुमारी ने नारी सशक्तीकरण विषय पर भाषण देकर दूसरा स्थान प्राप्त किया, जबकि रामप्रकाश यादव स्वच्छता विषय पर भाषण देकर तीसरे स्थान पर रहे़ सभी सफल प्रतिभागियों को अतिथियों ने पुरस्कृत किया़ मौके पर रघुनाथपुर प्रखंड के एनवाइसी कुमारी प्रियंका, वरुण कुमार रजक, विधानचंद्र सिंह सहित अन्य मौजूद थे संचालन नितेश कुमार ने किया.
भगवान की अवतार भूमि है भारत : उपेंद्र महाराज
महाराजगंज. संपूर्ण जगत के पालक व रक्षक भगवान हैं. भारत में भगवान ने बार-बार अवतार लिया है. ये बातें शहर के रामेश्वर धाम मंदिर परिसर में बीती संध्या श्री मद् भागवत कथा के दौरान अश्वमेघ पीठाधीश्वर जगत गुरु उपेंद्र पराशर महाराज ने कहीं. उन्होंने कहा कि जिसने श्रद्धा भाव से भगवान की प्रार्थना की, भगवान ने उस पर कृपा की. महाराज जी ने हिंसा की भावना का त्याग कर अच्छे विचार व सोच रखने की भावना पर बल दिया.
उन्होंने कहा कि महाभारत के महान धनुर्धर अर्जुन के मित्र मानव रूप में भगवान कृष्ण सदैव उनके साथ रहते थे, किंतु उनके विराट रूप को देखने के लिए भगवान ने अर्जुन को दिव्य दृष्टि प्रदान की. अर्थात ईश्वर को पाने के लिए उनकी शरण में जाना होगा. मौके पर हजारों की संख्या में श्रोता उपस्थित थे.