21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

शिकायत का तरीका हाइटेक,निबटारा फटाफट

शिकायत का तरीका हाइटेक,निबटारा फटाफटहाइटेक हुआ जमाना: अब कार्यालय के चक्कर नहीं लगाते, वाट्सएप पर करते हैं शिकायतदिघवारा. बदलते वक्त के साथ जमान भी हाइटेक हुआ, तो काम करने के तरीके भी बदले. कल तक जहां लोग अपनी समस्याओं व बातों को कहने के लिए सरकारी ‘बाबूओं’ के कार्यालयों का चक्कर लगाते थे एवं कई […]

शिकायत का तरीका हाइटेक,निबटारा फटाफटहाइटेक हुआ जमाना: अब कार्यालय के चक्कर नहीं लगाते, वाट्सएप पर करते हैं शिकायतदिघवारा. बदलते वक्त के साथ जमान भी हाइटेक हुआ, तो काम करने के तरीके भी बदले. कल तक जहां लोग अपनी समस्याओं व बातों को कहने के लिए सरकारी ‘बाबूओं’ के कार्यालयों का चक्कर लगाते थे एवं कई बार कार्यालयों की परिक्र मा से ‘साहब’ के दर्शन हो पाते थे और समस्याओं के निराकरण में भी वक्त भी ज्यादा लगातार था. मगर हाइटेक तरीकों ने अब आम आदमी की मुश्किलों को कम कर दिया है. अब लोग बिना ‘बाबूओं’ के दर्शन के ही अपनी बात तक पहुंचा देते हैं और साहेब भी मिनटों में समस्या का समाधान बात कर जनता की उम्मीद व आकांक्षाओं पर खड़ा उतरने का मौका नहीं गंवाते हैं. सोशल साइट और फेसबुक व व्हासएप के उपयोग से सरकारी बाबूओं की कार्यशैली व कार्यो की रफ्तार में बदलाव आया है. प्रखंड,अंचल व थानों में कार्यरत वरीय पदाधिकारी इन तरीकों का खूब इस्तेमाल कर रहे हैं. व्हाटसएप के उपयोग से पदाधिकारियों का अपने वरीय पदाधिकारियों व आम जनता से निकटता बढ़ गयी है. इसके इस्तेमाल से आम लोग अपनी शिकायत व सुझाव देने के साथ अपने कार्यों से संबंधित मागदर्शन भी बिना कार्यालय पहुंचे ही प्राप्त कर लेते हैं. सोशल साइटों के उपयोग ने पदाधिकारियों के अलावा आम जनता की मुश्किलों को कम किया है. वरीय अधिकारी अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के कार्यों का फीडबैक लेने व जरूरी दिशा निर्देश देने में भी इस तरीके का खूब इस्तेमाल कर रहे हैं. व्हाट्सएप के उपयोग ने कार्यों की रफ्तार का बढ़ा दी है.वहीं कार्यों के शुरू होने में लेटलतीफी में भी कमी आ गयी है. समय, ईंधन व पैसे की होती है बचतआम लोग जब सोशल साइटों से अपने व अपने पड़सियों की समस्याओं को पदाधिकारियों को भेजते हैं, तो कई चीजों की बचत होती है. आने जाने में लगनेवाले समय, भाड़ा व ईंधन जैसे चीजों की बचत होती है. वहीं जनता सीधे अपनी समस्याओं को साइटों के सहारे पदाधिकारी तक पहुंचा देते हैं. इस बीच में न तो कोई परेशान करता है और न ही किसी की गलत जानकारी आम लोगों को कार्यालय का चक्कर लगवाती है.बीडीओ, सीओ व थानाध्यक्ष सुनते हैं लोगों की बातएनड्राइव फोन से जुड़े बीडीओ, सीओ व थानाध्यक्ष से जुड़े हैं एवं अपने वाट्सएप व सुझाव पर रिस्पॉस करते हैं, जिससे समस्याओं का निराकरण तेजी में होता है.केस स्टडी-01राइटपट्टी के कुंदन ने बीते दिनो सीओ के व्हाट्सएप पर अपनी बात रखी व सीओ अजय शंकर से जाना कि उनके परदादा के नाम की जमीन को पापा के नाम करने के लिए क्या करना होगा तो, सीओ ने बंटवारा का दाखिल खारिज करवाने का मार्गदर्शन दिया, जिससे कुंदन की समस्या हल हुई.केस स्टडी-02दियारा निवासी आशुतोष ने दियारा में चल रहे अवैध भट्ठी की तस्वीर थानाध्यक्ष को वाट्सएप पर पोस्ट किया एवं त्विरत पहल कर थानाध्यक्ष ने छापेमारी कर कई भिट्ठयों को ध्वस्त कर एक धंधेबाज को गिरफ्तार करने में सफलता पायी. व्हाट्सएप पर भेजी कई जानकारियों से पुलिस का काम आसान हुआ और कई वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी के साथ कई कांडों का उद्भेदन हो सका.केस स्टडी-03हराजी के विवेक कुमार ने बीडीओ के वाट्सएप पर पूछा कि उनकी दादी को मिलनेवाली वृद्धावस्था पेंशन की राशि के मिलने से पूर्व बैंक का खाता नंबर मांगा जा रहा है. बीडीओ ने खाता में राशि ट्रांसफर के लिए खाता नंबर लेने की बात समझा कर विवेक की परेशानी को हल कर दिया.क्या कहते हैं बीडीओकार्यालय में कार्यों के त्विरत निबटारे की कोशिश की जाती है एवं व्हाट्सएप के सहारे भी लोगों के पूछे सवालों का जवाब दिया जाता है. पदाधिकारी का मुख्य काम जनता की उम्मीदों पर खड़ा उतरना होता है.राजनीति पासवानबीडीओ, दिघवारा, सारण क्या कहते हैं सीओआम जनता से मेरा संपर्क सोशल साइटों के सहारे बना रहे इसकी पूरी कोशिश की जाती है एवं वक्त मिलने पर व्हाट्सएप पर पूछे गये आम जनता के सवालों का जवाब भी दिया जाता है.अजय शंकरसीओ दिघवारा, सारणक्या कहते हैं थानाध्यक्षवाट्सएप जैसे सोशल साइटों की मदद से सूचना व डाटा कम जगह में एक एक जगह से दूसरे जगह पहुंच जाता है एवं मामले के अनुसंधान में मदद मिलती है. आम जनता वाट्सएप पर अपनी शिकायत या गुप्त सूचना भेजते हैं, जिसपर त्विरत कार्रवाई होती है.सतीश कुमारथानाध्यक्ष, दिघवारा, सारणस्पेशल साइटों का फायदमेद उपयोग-बिना कार्यालयों तक पहुंचे ही विभिन्न विभागों के वरीय पदाधिकारियों तक अपनी बात रखने में-गुप्त सूचना भेज कर प्रशासनिक अधिकारियों की मदद करने में-क्षेत्न में सरकारी योजनाओं के क्रि यान्वयन की अद्यतन स्थिति से पदाधिकारियों को रू-ब-रू कराने के संबंध में-अल्प समय में वरीय पदाधिकारियों का निर्देश अधीनस्थ पदाधिकारियों व कर्मचारियों को भेजने में-बार-बार कार्यालयों का चक्कर लगाने के झंझट से मुक्ति मिलने में-क्षेत्नों की समस्याओं की तरफ प्रशसनिक पदाधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराने में-किसी क्षेत्न के पल-पल की रिपोर्ट लेने में-अपने द्वारा संपादित कार्यों की अपटूडेट स्थिति से वरीय पदाधिकारियों को अवगत कराने में-विदेशों में रहनेवाले लोग भी अपने परजिनों की समस्याओं से पदाधिकारी को रू -ब-रू कराने मेंइन वाट्सएप नंबरों पर दर्ज कराएं अपनी समस्याएंबीडीओ- 9431818169सीओ- 8544412877थानाध्यक्ष- 9955119744

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें