आमदनी 80 लाख पर मयस्सर नहीं हैं बुनियादी सुविधाएं प्रभात पड़तालफोेटो-21-सब्जी मंडी में ग्राहकों की लगी भीड़.सब्जी मंडी में हर दिन कारोबारी व ग्राहकों का होता है नरक से सामनापार्किंग के अभाव से बेतरतीब खड़े वाहनों से परेशान होते हैं ग्राहकपेयजल की सुविधा न होने से होती है परेशानीइंट्रो- कारोबार के मामले में शहर की सब्जी मंडी का वर्षों पुराना इतिहास है. यहां की मंडी का कारोबार भले ही बढ़ता गया,पर सुविधाओं के मामले में लगातार फिसड्डी साबित होती गयी है. तकरीबन हर दिन 80 लाख रुपये से अधिक का कारोबार होने के बाद भी कारोबारियों व ग्राहकों को समस्याओं से जूझना पड़ता है. इससे निजात की सार्थक कोशिश नजर न आने से कारोबारी निराश हैं.संवाददाता, सीवानशहर के श्रद्धानंद बाजार में मौजूद थोक व खुदरा सब्जी मंडी तकरीबन 50 वर्ष पुरानी है. तकरीबन आधा किलोमीटर के परिक्षेत्र में मौजूद सब्जी मंडी में प्रवेश करते ही लोगों को नरक का सामना करना पड़ता है. यहां थोक व खुदरा कारोबारियों की संख्या एक सौ से अधिक है, जिनकी दुकानें सुबह होते ही सजने लगती हैं. बाजार में दिन चढ़ने के साथ ही ग्राहकों की भीड़ से बिक्रेताओं के द्वारा लगायी जा रही आवाज की गूंज भी ऊंची होने लगती है. हर दिन खरीदारी के लिए आनेवाले कारोबारी से लेकर ग्राहकों की संख्या हजारों में होती है, जिन्हें यहां फैली गंदगी व अव्यवस्था का सामना करना पड़ता है.सबसे अधिक लोगों को परेशानी वाहन खड़ा करने का कोई स्थान न होने से होती है.वाहन स्टैंड के अभाव मेें लोग अपना वाहन बेतरतीब खड़ा करते हैं, जिसके चलते उन ग्राहकों को ही जाम का सामना करना पड़ता है. इसके अलावा पेयजल का इंतजाम न होना लोगों को सबसे अधिक परेशान करता है.अब खुद थोक मंडी हटाने की कारोबारी करने लगे हैं मांग : अव्यवस्था से परेशान थोक सब्जी कारोबारी अब श्रद्धानंद बाजार से अन्यत्र मंडी ले जाने की मांग करने लगे हैं. सब्जी व्यवसायी संघ ने इसको लेकर स्थानीय प्रशासन व मुख्यमंत्री व तत्कालीन उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी तक से व्यवसायी संघ मांग कर चुका है.संघ के अध्यक्ष निजामुद्दीन व सचिव विजय कुमार गुप्ता ने कहा कि हमलोगों की मांग है कि यहां से थोक सब्जी मंडी को हटा कर भादा स्थित सूता फैक्टरी के समीप या चीनी मिल के पास ले जाया जाये. इसको लेकर नगर पर्षद ने सार्थक पहल करने का दो माह पूर्व आश्वासन दिया था. इसके बाद भी कोई प्रगति न होने से कारोबारियों में नाराजगी है.कारोबारियों के भी कम नहीं हैं दर्द कारोबार के साथ ही बुनियादी सुविधाओं का इंतजाम करना नगर पर्षद की जिम्मेवारी है.लेकिन नगर पर्षद द्वारा कोई ठोस इंतजाम नहीं किया जा रहा है. इससे ग्राहकों व कारोबारियों को परेशानी उठानी पड़ती है.दिलीप कुमार फोटो-22सब्जी मंडी में सबसे अधिक लोगों को जाम की समस्या से जूझना पड़ता है, जिससे कारोबार भी प्रभावित हो रहा है. यहां वाहन स्टैंड न होने से लोगों को सबसे अधिक परेशानी उठानी पड़ती है. इसको लेकर प्रशासन की तरफ से कोई पहल नहीं की जा रही है.अच्छे लाल साह फोटो-23लाखों का प्रत्येक दिन सब्जी का कारोबार होने के बाद भी बुनियादी सुविधाएं यहां उपलब्ध नहीं हैं.पेयजल की स्थायी समस्या के निदान के लिए भी नगर पर्षद ने कोई पहल नहीं की, जिसके कारण गरमी के दिनों में लोगों को सबसे अधिक परेशान होना पड़ता है.ध्रुव साह फोटो-24सब्जी मंडी में हर तरफ फैली गंदगी से नारकीय हालात का खामियाजा हर दिन ग्राहक व बिक्रेता दोनों भुगतते हैं. मंडी के बीचोंबीच मौजूद कूड़ा समय से नहीं उठता है,जिससे सबसे अधिक परेशानी होती है. गंदगी का असर कारोबार पर सीधा पड़ता है.बैजू साह फोटो-25सब्जी कारोबारियों की समस्या से अवगत हूं. पेयजल के लिए चापाकल लगाया गया है. इसमें और विस्तार किया जायेगा. गंदगी की शिकायत को देखते हुए विशेष सफाई अभियान चलाया जायेगा. सब्जी मंडी की समस्या को दूर करने की हर संभव कोशिश की जा रही है.बबलू प्रसाद, सभापति,नगर पर्षद,सीवान फोटो-26
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आमदनी 80 लाख पर मयस्सर नहीं हैं बुनियादी सुविधाएं
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