व्यवसायी हरिशंकर के घर पर अब सन्नाटा पसरा है. पति के अपहृत होने की खबर मिलने पर पत्नी ज्योति अपने दोनों बच्चों को लेकर जमशेदपुर से वापस घर आ गयी है.घर पर हर चेहरे की खामोशी उनकी हालात को खुद-ब-खुद बयां कर रही है. घरवालों की आंखों के आंसू सूख चुके हैं. पिता शर्मानंद सिंह घर पर आने वाले हर व्यक्ति से मिलते जरूर हैं,
पर उनका एक-एक शब्द दु:खों के पहाड़ टूट पड़ने का एहसास करा रहा है. वे हर किसी से यही बोल रहे हैं कि मेरे बेटे काे सुरक्षित वापस ला दो. मीडिया से जुड़े लोगों से संवाद में भी वे मदद की गुहार लगाते हैं. दूसरे दिन भी बाजार बंद रखने की पूर्व की घोषणा को शर्मानंद की अपील पर कारोबारियों को वापस लेना पड़ा. शर्मानंद ने कहा कि छठ को देखते हुए दुकान बंद रखना उचित नहीं है. इसके साथ ही पुलिस कार्रवाई भी प्रभावित होगी.