सीवान : उत्तर बिहार में तेजी से विकास की राह पर अग्रसर जिलों में सुमार सीवान शहर जाम की समस्या से तेजी से ग्रसित होता जा रहा है. प्रत्येक सप्ताह के सोमवार को तथा प्रमुख त्योहारों पर महाजाम का सामना करनेवाले नागरिकों के बीच अब इससे छुटकारे की बेचैनी दिखने लगी है. जाम की समस्या […]
सीवान : उत्तर बिहार में तेजी से विकास की राह पर अग्रसर जिलों में सुमार सीवान शहर जाम की समस्या से तेजी से ग्रसित होता जा रहा है. प्रत्येक सप्ताह के सोमवार को तथा प्रमुख त्योहारों पर महाजाम का सामना करनेवाले नागरिकों के बीच अब इससे छुटकारे की बेचैनी दिखने लगी है. जाम की समस्या को दूर करने के लिए प्रशासनिक पहल के साथ ही आम आदमी की अनुशासित भागीदारी की बात उठने लगी है .
जिसे मूर्त रूप देने की उम्मीद लगाये लोग अब पहल का इंतजार करने लगे हैं.
धनतेरस व दीवापली के बाद अब छठ में महाजाम की चिंता : धनतेरस व दीपावली के अवसर पर तीन दिनों तक लोगों को महाजाम का सामना करना पड़ा. मुख्य मार्ग से लेकर मोहल्लों की सड़कों पर भी जाम की तसवीर पूरे दिन बनी रही. जाम में फंसे लोगों को कई जगह वाहन किनारे खड़ा कर पैदल घर जाना पड़ा,
तो आॅटो रिक्शा चालकों ने दोपहर बाद अपने वाहनों को परेशान होकर खड़ा कर दिया. एक बार फिर महापर्व छठ में जाम को लेकर अभी से चिंता सताने लगी है. लोगों का मानना है कि छठ में सबसे अधिक भीड़ के चलते परेशानी अधिक होगी.
सड़क की पटरियों के बजाय सार्वजनिक स्थानों पर लगे दुकान : शहर की कमोबेश सभी प्रमुख सड़कों की स्थिति यह है कि यहां पटरियों पर दुकानें लगती हैं. धनतेरस व दीपावली के बाद छठ में दुकान यहां लगना स्वाभाविक है.नयी बस्ती निवासी सूरज सिंह का कहना है कि छठ में पूजन सामग्री की दुकानें सड़क की पटरी के बजाय गांधी मैदान, दारोगा प्रसाद राय महाविद्यालय कैंपस में लगने से समस्या कम होगी. रामदेव नगर के रामबहाल प्रसाद ने कहा कि एक निर्धारित स्थान पर दुकान लगने से कारोबारी व ग्राहक दोनों को सुविधा होगी.
प्रशिक्षित यातायात पुलिस की हो तैनाती : शहर के प्रमुख चौराहों पर प्रशिक्षित यातायात पुलिस की तैनाती की भी जरूरत महसूस की जाती रही है, जिससे ट्रैफिक रूल का लोगों को अनुपालन कराया जा सके. इसके अलावा निर्धारित मार्गों पर भारी वाहनों के प्रवेश पर हर हाल में रोक तथा सड़कों पर ही माल लोड व अनलोड किये जाने पर रोक लगाने की बात भी कही जाती रही है.
यातायात नियमों के अनुपालन पर देना होगा जोर : शिक्षक संजय दूबे कहते हैं कि जाम की समस्या वाहनों के बेतरतीब संचालन से भी उत्पन्न होती है. ट्रैफिक नियमों का आये दिन उल्लंघन कर लोग जाम की समस्या बढ़ाते हैं. अधिवक्ता अमरेंद्र कुमार शर्मा कहते हैं कि हर समस्या का समाधान शासन व प्रशासन के भरोसे छोड़ने की मानसिकता से ऊपर उठना होगा. यातायात नियमों का अनुपालन हम सभी की जिम्मेवारी है.
वाहन स्टैंड का निर्माण करने से मिलेगी राहत : शहर में सार्वजनिक वाहन स्टैंड के अभाव में बाजार के इलाकों में सड़क पर ही वाहन खड़ा कर लोग सामान की खरीदारी करते हैं, जिससे जाम की स्थिति उत्पन्न होती है. वाहन स्टैंड न होने से यह परेशानी उठानी पड़ती है, जिसका असर मुख्य मार्ग पर जाम के रूप में सामने आता है. स्टैंड रहने से जाम की शिकायत कम होगी तथा वाहन भी सुरक्षित रहेंगे.
क्या कहते हैं पदाधिकारी
जाम की समस्या चिंताजनक है. इसे दूर करने के लिए नगर पर्षद समय-समय पर अभियान चलाता है. प्रशासन व नागरिकों के सहयोग से इस समस्या को दूर करने के लिए कारगर उपाय किये जायेंगे.