पुलिस ने 19 जुलाई को हुए सुमित हत्याकांड का खुलासा कर दिया है. सुमित की उसके दोस्त ऋषिकेश ने ही गोली मार का हत्या कर दी थी. इसका खुलासा सुमित के अन्य तीन साथियों ने पुलिस को दिये बयान में किया है. पुलिस को दिये बयान में दोस्त रोशन,विवेक व विमल ने बताया है कि […]
पुलिस ने 19 जुलाई को हुए सुमित हत्याकांड का खुलासा कर दिया है. सुमित की उसके दोस्त ऋषिकेश ने ही गोली मार का हत्या कर दी थी. इसका खुलासा सुमित के अन्य तीन साथियों ने पुलिस को दिये बयान में किया है.
पुलिस को दिये बयान में दोस्त रोशन,विवेक व विमल ने बताया है कि वे लोग नरहन घाट पर स्नान करने गये थे. स्नान के बाद जब वे लोग लौटने लगे, तो एक गाड़ी पर सुमित और रोशन बैठे थे. दूसरी गाड़ी विमल चला रहा था, जिस पर ऋषिकेश पीछे बैठा था. दोनो बाइक साथ- साथ चल रही थीं. तभी सरेया चट्टी पर ऋषिकेश ने पिस्टल से सुमित को गोली मार दी, जिससे सुमित गंभीर रूप से घायल होकर जमीन पर गिर पड़ा. गोली लगने के बाद सभी दोस्त वहां से भाग निकले.
हुसैनगंज पुलिस ने उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल में भरती कराया, जहां चिकित्सकों ने गंभीर स्थिति को देखते हुए पटना रेफर कर दिया.
वहां इलाज के क्रम में सुमित की मौत हो गयी. इस मामले में सियाड़ी गांव निवासी सुमित के पिता सतेंद्र शाही ने अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी थी. एसपी ने मामले के खुलासे के लिए विशेष टीम का गठन किया था. हुसैनगंज थानाध्यक्ष आशीष कुमार ने बताया कि
सुमित शाही की हत्या उसके दोस्त ऋषिकेश ने की है, जो नगर थाने के लक्ष्मीपुर निवासी पारस नाथ भगत का पुत्र है, जिसकी पुलिस की तलाश है. उन्होंने बताया कि पुलिस को शुरू से ही उसके दोस्तों पर ही शक था. मामले का खुलासा सुमित के मोबाइल के कॉल डिटेल से हुआ है.