सीवान : मंडल कारा में बंद राजद के पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन के प्रमुख सहयोगी हुसैनगंज थाना क्षेत्र के प्रतापपुर निवासी मुंशी मियां उर्फ हिदायतुल्ला खां को आंदर ढाला रेलवे ओवर ब्रिज पर गोली मारने के मामले को बीते 24 घंटे हो चुके हैं, लेकिन अभी तक पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है और न ही इस मामले में किसी की गिरफ्तारी हुई है.
उधर सूत्रों की मानें तो पीएमसीएच में मुंशी की स्थिति खतरे से बाहर बतायी जा रही है, लेकिन गोली अभी भी उसके बदन में है, चिकित्सकों द्वारा उसको निकालने के प्रयास किये जा रहे हैं. घटना को लेकर राजद में आक्रोश है.
दूसरी ओर पटना से फॉरेंसिंक जांच के लिए चार सदस्यीय टीम सीवान पहुंची और पुलिस अधीक्षक विवेक कुमार,अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी स्मिता सुमन आदि के साथ बुधवार की देर रात घटना स्थल पर पहुंची और वहां से कुछ नमूने व आवश्यक जानकारियों को एकत्रित कर गुरुवार की सुबह पटना रवाना हो गयी.
उल्लेखनीय है कि मुंशी मियां बुधवार की सुबह प्रतापपुर से सीवान जंकशन आ रहा था, उसी वक्त आंदर ढाला स्टेशन टर्निग प्वाइंट पर हमलावरों ने ओवरटेक कर उसे गोली मार दी. सदर अस्पताल में मुंशी मियां के बयान पर टाउन इंस्पेक्टर सुनील कुमार सिंह ने रामनगर के वार्ड पार्षद सह विधान पार्षद मनोज कुमार सिंह के छोटे भाई धनंजय सिंह पर गोली मारने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज करायी.
छावनी में तब्दील रहा आंदर ढाला
घटना के बाद आंदर ढाला ओवर ब्रिज सारी रात पुलिस छावनी में तब्दील रहा. अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी स्मिता सुमन टाउन इंस्पेक्टर सुनील कुमार सिंह, महादेवा ओपी प्रभारी मोहम्मद अकबर, सराय ओपी प्रभारी जेके रविदास व हुसैनगंज थानाप्रभारी आदि के साथ सारी रात गश्ती पर रहीं.
वहीं पुलिस अधीक्षक विवेक कुमार ने भी कई बार घटना स्थल का जायजा लिया गया. उल्लेखनीय है कि धनंजय सिंह का रामनगर में ही आवास है और यही मार्ग प्रतापुर जाने का मुख्य मार्ग है.
चर्चाओं का बाजार गरम
मुंशी मियां पर हमले को लेकर नगर में चर्चाओं का बाजार दूसरे दिन गरम रहा. पुलिस जहां अभी तक हमले के कारणों तक नहीं पहुंच सकी है, वहीं दूसरी ओर नागरिक इसे विविध मुद्दों से जोड़ कर देख रहे हैं. कुछ लोग जहां इसे पूर्व के भूमि संबंधित विवाद के बाद उत्पन्न स्थिति बता रहे हैं, वहीं कुछ इस विवाद के पीछे टेंडर को कारण मान रहे हैं.
क्या कहते हैं एसपी
जेल में बंद पूर्व राजद सांसद मो. शहाबुद्दीन के प्रमुख सहयोगी मुंशी मियां को गोली मारने के मामले में अभी कुछ भी बताने की स्थिति में पुलिस नहीं है. मामले की जांच की जा रही है और कुछ जगहों पर छापेमारी की गयी है. पटना से फॉरेंसिक जांच के लिए चार सदस्यीय टीम आयी थी और घटना स्थल का निरीक्षण करने के बाद कुछ आवश्यक चीजें अपने साथ लेकर गुरुवार की सुबह निकल गयी.
विवेक कुमार, एसपी, सीवान