गुठनी . कहते हैं जो खुदा को हो मंजूर उसे कौन रोक सकता. कुछ ऐसा ही हुआ जब गमगीन माहौल में हुआ शायदा का निकाह उत्तर प्रदेश के बनकटा थाना क्षेत्र के इटवा गांव निवासी के साथ संपन्न हुआ. अपराधियों द्वारा शायदा के दादा आबिद अंसारी की हत्या के महज 36 घंटे बाद इमाम अख्तर हुसैन ने इरशाद संग शायदा का निकाह कुबूल करवाया.
इस निकाह के मौके पर साक्षियों की आंखें नम थीं. हत्या व निकाह के 36 घंटे के फैसले तमाम अटकलों के बीच गुजरे और अंतत: शायदा ससुराल को विदा हुई. ग्रामीणों व सगे संबंधियों ने सूझ-बूझ का परिचय देते हुए शायदा का निकाह कराया.