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मैट्रिक की परीक्षा के परिणाम में होगा विलंब
सीवान : माध्यमिक शिक्षक संघ द्वारा मूल्यांकन बहिष्कार की अवधि की समय सीमा को बढ़ाने के कारण मैट्रिक के परीक्षा परिणाम पर इसका असर पड़ता दिखाई दे रहा है. बार्ड द्वारा 15 अप्रैल तक परिणाम घोषित कर देने का दावा खोखला साबित हो रहा है. इसका सबसे ज्यादा खामियाजा उन छात्रों को भुगतना पड़ सकता […]
सीवान : माध्यमिक शिक्षक संघ द्वारा मूल्यांकन बहिष्कार की अवधि की समय सीमा को बढ़ाने के कारण मैट्रिक के परीक्षा परिणाम पर इसका असर पड़ता दिखाई दे रहा है. बार्ड द्वारा 15 अप्रैल तक परिणाम घोषित कर देने का दावा खोखला साबित हो रहा है.
इसका सबसे ज्यादा खामियाजा उन छात्रों को भुगतना पड़ सकता है, जिसे राज्य से बाहर जा कर नामांकन कराना होगा. माध्यमिक शिक्षक संघ द्वारा वेतनमान की मांग को लेकर पहले चरण में 15 से 18 अप्रैल तक मैट्रिक परीक्षा की कॉपियों के मूल्यांकन का बहिष्कार कर दिया गया था.
जबकि मूल्यांकन कार्य को 15 अप्रैल से शुरू कर 25 अप्रैल तक समाप्त कर देना था. इस बीच संघ द्वारा राज्य निर्णय के आलोक में बहिष्कार की अवधि को बढ़ा कर 22 अप्रैल तक कर दिया गया.
इस बीच शिक्षकों द्वारा मूल्यांकन केंद्र के बाहर अपना धरना प्रदर्शन जारी रखा. पुन: संघ द्वारा वेतन मान की मांग को लेकर जारी आंदोलन के बीच सरकार द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाने के आलोक में बहिष्कार की अवधि को बढ़ा कर 30 अप्रैल तक कर दिया गया. इधर कॉपियों की जांच नहीं होने से छात्रों की चिंता बढ़ती जा रही हैं. मूल्यांकन कार्य में लगाये गये शिक्षक सहित अन्य शिक्षक अपने नेता के सान्निध्य में केंद्र के बाहर प्रति दिन धरना – प्रदर्शन क र रहे हैं. बताते चलें कि कॉपियों के मूल्यांकन के लिये जिले में दो केंद्र को बनाया गया हैं.
जिसमें डीएवी उच्च विद्यालय व जेड ए इसलामिया उच्च विद्यालय शामिल हैं. जहां दो लाख से ज्यादा कॉपियों की जांच होनी हैं. इन दोनो केंद्रों पर मिला का कुल लगभग 700 से अधिक शिक्षकों को बार्ड द्वारा नियुक्त किया गया है.
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