तरवारा : जिले के पचरुखी प्रखंड क्षेत्र के तरवारा बाजार के बड़हरिया रोड स्थित पशु चिकित्सालय अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. जजर्र भवन में चल रहा पशु चिकित्सालय अपनी दुर्दशा का खुद बयान कर रहा है. पशु चिकित्सालय में विभागीय लापरवाही के चलते घोर अनियमितता है. इसके कारण पशुपालकों की परेशानी का सामना करना पड़ता है.
इससे क्षेत्र के झोला छाप पशु चिकित्सकों की चांदी कट रही है और पशुपालक लूट के शिकार हो रहे हैं. इस चिकित्सालय में दवा का घोर अभाव है. दवा नदारद रहने के कारण पशु पालकों को समय पर दवा नहीं मिल पाती है. बता दें कि पशुओं में आये दिनों बांझपन, गला घोंटू, सारा जैसी विभिन्न बीमारियां मौसम बदलने के साथ शुरू हो रही हैं.
उक्त रोगों का टीकाकरण भी इस चिकित्सालय में नहीं हो पाता है. उधर, सरकार द्वारा पशुपालकों को काफी सुविधाएं मुहैया कराये जाने की घोषणा हमेशा की जाती है, पर घोषणाएं कागजों तक ही सिमट कर रह जाती हैं. इसका खामियाजा पशुपालक भुगत रहे हैं.
एक चिकित्सक के सहारे कई पशु चिकित्सालय : तरवारा पशु चिकित्सालय में पदस्थापित डॉ सुनील रंजन सिंह के सहारे तरवारा के अलावा कई पशु चिकित्सालय चल रहे हैं. बता दें कि श्री सिंह सीवान शल्य चिकित्सालय में सोमवार, बुधवार, शनिवार व शुक्रवार को और तरवारा पशु चिकित्सालय में मंगलवार व गुरुवार को पशुओं का इलाज करते हैं. ऐसे में सभी जगहों पर पशुओं का इलाज कर पाना तथा पशुपालकों को संतुष्ट करना असंभव है.
क्या कहते हैं पशु चिकित्सक
डॉ सुनील रंजन सिंह ने बताया कि भवन व दवा के अभाव के कारण पशुओं के इलाज में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसकी जानकारी विभाग को दी गयी है, परंतु कोई विभागीय पहल नहीं हो रही है. वहीं अन्य पशु चिकित्सकों की नियुक्ति नहीं होने के कारण परेशानी होती है.