सीवान : सदर अस्पताल में नवनिर्मित न्यू बर्न चाइल्ड केयर सेंटर का उद्घाटन डीएम गोपाल मीण ने गुरुवार को किया. इस दौरान उन्होंने सेंटर की खासियत के बारे में चिकित्सकों से जानकारी ली. बतादें कि अस्पताल में नवनिर्मित विशेष नवजात शिशु इकाई में 14 यूनिट है.
दस महीने बाद सदर अस्पताल में बने इस सेंटर का उद्घाटन हुआ. इससे पहले पिछले वर्ष सितंबर माह में मंत्री द्वारा इसका उद्घाटन किया जाना था. लेकिन वे नहीं आये. इसके बाद से अस्पताल प्रशासन ने जिला पदाधिकारी से सेंटर की सेवा का शुभारंभ करा दिया गया. इस सेंटर के खुल जाने से जिले वासियों को पटना, गोरखपुर व वाराणसी अपने नवजात को लेकर नहीं जाना पड़ेगा.
उनका सदर अस्पताल में ही समुचित इलाज होगा. जन्म के समय कम वजन, जौंडिस सहित अन्य बीमारियों का यहां इलाज होगा. इसके लिए सेंटर पर दो चिकित्सक व 10 एएनएम को नियुक्त किया गया है.
सबसे खास बात सेंटर आने वाले बच्चों का रेडियनेट वार्मस, फोटोथेरेपी, ऑक्सीजन कॉन्सेन्ट्रा, पल्स ऑक्सोमीटर आदि के जरिये इलाज किया जायेगा. इस मौके पर सीएस डॉ चंद्रशेखर कुमार, डॉ मोहम्मद इजराइल, डीपीएम ठाकुर विश्वमोहन, औषधि निरीक्षक राकेश नंदन सिंह, अमर कुमार, रणधीर कुमार, सुधीर कुमार, पंकज कुमार सिंह, ठाकुर शत्रुघ्न सहित अस्पताल के दर्जन भर कर्मी उपस्थित थे.
सीसीटीवी कैमरा लगेगा
न्यू बर्न चाइल्ड केयर सेंटर का उद्घाटन करते हुए डीएम ने सीएस को सीसीटीवी कैमरा लगाने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि सेंटर पर आने वाले मरीजों के इलाज के समुचित व्यवस्था होनी चाहिए. इस दौरान कोई चिकित्सक या फिर एएनएम लापरवाही न करें, इसके लिए सेंटर पर सीसीटीवी कैमरा अवश्य लगाया जाये. इसके बाद अगर कोई लापरवाही करते हुए मिलता है तो उसके विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी.
सीएस ने किया अस्पताल का निरीक्षण
अनुपस्थित दो एएनएम का वेतन काटने का निर्देश
सीवान : नव निर्मित न्यू बर्न चाइल्ड केयर सेंटर के उद्घाटन के लिए डीएम सदर अस्पताल में आने वाले थे. इसे देखते हुए सीएस ने एक दिन पहले ही अस्पताल की सफाई की समुचित व्यवस्था व कर्मियों से हर हाल में समय उपस्थित होने का निर्देश दिया था. डीएम के आने के पहले सीएस डॉ चंद्रशेखर कुमार ने अस्पताल के विभिन्न वार्डो का निरीक्षण किया.
इस दौरान दो एएनएम अनुपस्थित मिलीं. सीएस ने तत्काल दोनों एएनएम का वेतन काटने का निर्देश दिया. हालांकि जब दोनों एएनएम के बारे में जानकारी ली गयी तो विभागीय कर्मियों ने नाम बताने से इनकार कर दिया.