मैरवा : दी गजट ऑफ इंडिया नैदानिक स्थापना के संशोधन नियम 2018 के निहित प्रावधानों के मानक के अनुसार संचालित नहीं किये जाने वाले डायग्नोस्टिक सेंटर, जांच घर एवं नर्सिंग होम को सील करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा बुधवार को मैरवा में छापेमारी की गयी.
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बाल मुखी चिकित्सालय से मांगी गयी डिग्री
मैरवा : दी गजट ऑफ इंडिया नैदानिक स्थापना के संशोधन नियम 2018 के निहित प्रावधानों के मानक के अनुसार संचालित नहीं किये जाने वाले डायग्नोस्टिक सेंटर, जांच घर एवं नर्सिंग होम को सील करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा बुधवार को मैरवा में छापेमारी की गयी. छापेमारी दल के नोडल पदाधिकारी डॉ एमआर रंजन जिलाधिकारी […]
छापेमारी दल के नोडल पदाधिकारी डॉ एमआर रंजन जिलाधिकारी के निर्देश पर गठित जांच टीम के साथ छापेमारी की गयी. कई चिकित्सकों के पास डिग्री ही नहीं थी तो कई के पास शिशु रोग स्पेशलिस्ट लिखे साइन बोर्ड लगे होने के बावजूद डिग्री नहीं दिखा पाये.
प्राणगढ़ी रोड में दर्जनों चिकित्सालय है, जहां बुधवार को डॉक्टर एमआर रंजन के नेतृत्व में छापेमारी की गयी सबसे पहले छापेमारी बाल मुखी चिकित्सालय पर हुई, जहां बच्चों के स्पेशलिस्ट कहे जाने वाले डॉ अमरजीत गुप्ता के कागजात की जांच की गयी.
उनके पास फिलहाल शिशु रोग विशेषज्ञ की कोई कागजात नहीं था. वहीं बीएएमएस की डिग्री के बावजूद अंग्रेजी दवा का प्रयोग करते हुए पाया गया. इस पर जांच टीम ने आपत्ति दिखाते हुए स्पष्टीकरण की मांग कर डाली.
इधर छापेमारी होने की सूचना मिलते ही दर्जनों चिकित्सालय में चिकित्सक ताला लटका कर फरार हो गये. इस संबंध में डॉक्टर एमआर रंजन ने बताया कि आधा दर्जन अन्य चिकित्सालयों की जांच की गयी और खामियां पायी गयीं, जिसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी को दे दी जायेगी. उनके निर्देशानुसार आगे की कार्रवाई की जायेगी.
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