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सरयू नदी में जल भरने गये दो श्रद्धालु डूबे

डूबे युवकों के तलाश में जुटा प्रशासन रघुनाथपुर : अंतिम सोमवारी को जलाभिषेक के लिए जल भरने गये दो श्रद्धालु युवक सरयू नदी में डूब गये. दोनों युवक थाना क्षेत्र के लगुसा गांव के बताये जा रहे हैं. जिसमें एक राम वचन भगत का 20 वर्षीय बेटा शैलेंद्र भगत और स्व. मैनेजर भगत का 23 […]

डूबे युवकों के तलाश में जुटा प्रशासन

रघुनाथपुर : अंतिम सोमवारी को जलाभिषेक के लिए जल भरने गये दो श्रद्धालु युवक सरयू नदी में डूब गये. दोनों युवक थाना क्षेत्र के लगुसा गांव के बताये जा रहे हैं. जिसमें एक राम वचन भगत का 20 वर्षीय बेटा शैलेंद्र भगत और स्व. मैनेजर भगत का 23 वर्षीय बेटा मुन्ना भगत है. घटना के बाद प्रशासन की देख-रेख में गोताखोरों ने युवकों के खोजने की काम शुरू कर दिया है. परंतु देर शाम तक उनकी कोई सुराग नहीं मिल सकी. घटना के संबंध में बताया जाता है कि अंतिम सोमवारी को हैबतपुर गांव स्थित जटहवा बाबा के स्थान पर जलाभिषेक करने के लिए लगुसा गांव से करीब 25-30 युवकों की टोली नरहन स्थित सरयू नदी के तट पर जल भरने के लिए सभी युवक नदी में उतरे. जहां स्नान के पश्चात जल लेकर नदी से बाहर निकलने लगे. साथ गये लड़कों ने बताया कि शैलेंद्र और मुन्ना डूब गये.
घटना की सूचना पर स्थानीय सीओ सुगाली सेट और थाना अध्यक्ष राकेश कुमार दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच नाविकों की मदद से डूबे युवकों की तलाश में जुट गये. देर शाम तक युवकों की तलाश जारी रहा. वहीं जैसे ही युवकों को नदी में डूबने की खबर बाद गांव में पहुंची तो मातमी सन्नाटा पसर गया. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. गांव वाले का कहना था कि हैबतपुर गांव में जटाहवा बाबा स्थान पर भगवान भोले शंकर को जलाभिषेक करने के लिए युवकों ने एक दिन पहले से तैयारी में जुट गये थे.
फरवरी में होने वाली थी मुन्ना की शादी : ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार मुन्ना की शादी अगले फरवरी माह में दरौली बाजार में होनी तय थी. जिसके लिए घर में साफ सफाई और शौचालय निर्माण आदि की तैयारी चल रही थी. नहीं पहुंच सकी एसडीआरएफ की टीम
रघुनाथपुर. सोमवार को नारायण के सरयू नदी में जल भरने गये दो युवकों के डूबने के तकरीबन 12 घंटे बाद भी एसडीआरएफ की टीम नहीं पहुंच सकी है. जबकि प्रशासनिक स्तर पर इसकी सूचना एसडीआरएफ को दी गयी है. घटना सुबह तकरीबन आठ बजे की बतायी जाती है.
घर का इकलौता कमाऊ सदस्य था मुन्ना
मां, छोटा भाई और खुद सहित परिवार के तीन सदस्यों में इकलौता कमाऊ सदस्य मुन्ना था. इसके डूबने के बाद भाई और मां का रो-रोकर बुरा हाल है. बेटे के गम में मां बार-बार बेहोश हो जा रही थी. वहीं छोटा भाई भी नर्वस था. आठ साल पहले मुन्ना और उसके छोटे भाई के सर से पिता का साया उठ गया था. जिसके बाद मां ने जैसे-तैसे अपने दोनों बेटों को पाल पोस कर बड़ा किया.
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