सीवान : रविवार की सुबह मंडल कारा सीवान में शौच जाने के समय दो बंदी आपस में भीड़ गये. इस दौरान एक बंदी ने दूसरे बंदी पर तेज धरदार हथियार से हमला कर गर्दन काट दिया. इस घटना के बाद जेल में अफरा-तफरी का माहौल बन गया. कैदियों ने इसकी जानकारी जेल अधीक्षक को दिया. इसके बाद लहूलुहान बंदी को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया. जहां हालत खराब होने पर उसे पीएमसीएच रेफर कर दिया गया.
घायल बंदी मैरवा थाना क्षेत्र के बड़गांव निवासी मोहम्मद असगर का पुत्र मोहम्मद सद्दाम बताया जाता है. वह शराब के एक मामले में जेल में बंद है. पहले जेल प्रशासन व स्थानीय प्रशासन के अधिकारी कुछ नहीं बता रहे थे. अधिकारी बस यही कह रहे थे कि बंदी ने ने स्वयं अपना गला काटा है, लेकिन जैसे ही मजिस्ट्रेट के समक्ष घायल कैदी ने अपना लिखित बयान दिया मामला साफ हो गया. कैदी ने आरोप लगाया कि एक कैदी ने उसकी गर्दन पर धारदार हथियार से हमला कर गर्दन काट दी .
इसके बाद मजिस्ट्रेट के द्वारा लिए गये बयान के आधार पर स्थानीय पुलिस व जेल प्रशासन प्राथमिकी दर्ज कर जांच में जुट गयी. इधर जिलाधिकारी रंजीता के निदेश पर डीडीसी विधुभूषण चौधरी, सदर एसडीएम अमन समीर व सिविल सर्जन डॉक्टर शिवचंद्र झा सदर अस्पताल पहुंच कर घायल बंदी से घटना के संबंध में जानकारी ली. जेल के चिकित्सक डॉक्टर अरुण कुमार की देखरेख में पटना बंदी को भेजा गया है. बंदी गर्दन लहूलुहान होने की वजह से इशारों में बात कर रहा था. जिसके बाद मजिस्ट्रेट ने लिखित बयान देने की बात कही. कैदी ने आरोप लगाया कि भरत सिंह नामक बंदी ने शौच जाने के समय किसी बात को लेकर धराधर हथियार से हमला कर दिया. जेल अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि जो आरोप बंदी सद्दाम लगा रहा है वह गलत है. वह अपने से अपना गर्दन कटा है. बंदियों ने बताया है कि भरत सिंह से कोई विवाद नहीं हुआ है. पुलिस अधीक्षक नवीन चंद्र झा ने बताया कि घायल बंदी मोहम्मद सद्दाम ने भरत सिंह नामक बंदी को आरोपित किया है. उसपर मामला दर्ज कर पुलिस जांच