कार्रवाई . यूपी के एक प्रसिद्ध डाॅक्टर का अपहरण कर की गयी थी हत्या
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आठ वर्ष पूर्व हत्या मामले में दिलीप धराया
कार्रवाई . यूपी के एक प्रसिद्ध डाॅक्टर का अपहरण कर की गयी थी हत्या यूपी एसटीएफ की कार्रवाई से मचा हड़कंप सिसवन : थाना क्षेत्र के नंदामुड़ा गांव निवासी बीडीसी पति प्रियंका देवी के पति दिलीप सिंह पर आठ वर्ष पहले हत्या का मामला दर्ज हुआ था. उसे यूपी के चौरीचौरा निवासी एक प्रसिद्ध चिकित्सक […]
यूपी एसटीएफ की कार्रवाई से मचा हड़कंप
सिसवन : थाना क्षेत्र के नंदामुड़ा गांव निवासी बीडीसी पति प्रियंका देवी के पति दिलीप सिंह पर आठ वर्ष पहले हत्या का मामला दर्ज हुआ था. उसे यूपी के चौरीचौरा निवासी एक प्रसिद्ध चिकित्सक की अपहरण व हत्या मामले में अप्राथमिकी अभियुक्त बनाया गया था. दिलीप सिंह की पुलिस कई वर्षों से तलाश कर रही थी. विशेष जानकारी नहीं मिलने के चलते पुलिस व एसटीएफ हाथ पर हाथ धरी बैठी थी. इधर काफी दिन से फरार चलने की वजह से यूपी पुलिस ने दिलीप सिंह पर इनाम घोषित कर दिया.
इनाम घोषित होने के बाद यूपी पुलिस व एसटीएफ दिलीप की खोजबीन शुरू कर दी. इसी बीच यूपी की एसटीएफ को सूचना मिली कि दिलीप अपने गांव नंदामुड़ा में है. शुक्रवार की सुबह एक लक्जरी वाहन से यूपी की एसटीएफ नंदामुड़ा गांव पहुंची और बाहर गांव के कुछ लोगों से बात कर रहे दिलीप सिंह को गिरफ्तार कर लिया और अपने साथ लेकर गोरखपुर चले गये.
दिलीप को उठाने के बाद अपहरण की अफवाह हुई गरम : नंदामुड़ा गांव निवासी बीडीसी प्रियंका देवी के पति दिलीप सिंह को एसटीएफ ने फिल्मी अंदाज में उठाया. ग्रामीणों को पहले शक हुआ कि उनका अपहरण कर लिया गया है. उनका कहना था कि दिलीप ग्रामीणों के साथ बात कर रहे थे. इसी दरम्यान एक वाहन आकर रुका. उसमें चार लोग उतरे और पिस्टल निकाल दिलीप के शरीर में सटा दिया. इसके बाद हथियार के बल उनको जबरन वाहन में बैठा लिया. यह देख साथ में मौजूद लोगों को लगा कि दिलीप का अपहरण कर लिया गया है.
ढाई हजार का इनामी अपराधी है दिलीप: गोरखपुर के मनोरोग चिकित्सक शिव मद्देशिया के अपहरण व हत्या मामले में गिरफ्तार दिलीप सिंह पर चौरीचौरा थाने की पुलिस ने ढाई हजार रुपये का इनाम रखा था.
मालूम हो कि देवरिया से गोरखपुर लौटने के क्रम में बदमाशों ने चौरीचौरा के तरकुलहा गेट के समीप से डाॅक्टर का अपहरण कर फिरौती की मांग की थी. इस मामले में जांच के दौरान 16 अपराधियों का नाम सामने आया था. इनमें सिसवन के नंदामुड़ा गांव निवासी दिलीप सिंह के साथ देवरिया के रामपुर लिटिहा निवासी कुख्यात राजेश भी शामिल थे. इस मामले में दिलीप सिंह फरार चल रहा था.
अपहरण की सूचना के बाद पुलिस अलर्ट
जैसे ही यूपी की एसटीएफ दिलीप को वाहन में उठा कर ले गयी, लोगों को लगा कि अपहरण हो गया है. इसके बाद जिले के वरीय अधिकारी अलर्ट हो गये. यूपी की सीमा से ले विभिन्न थाने की पुलिस नाकेबंदी कर छापेमारी शुरू कर दी. इसी बीच वरीय अधिकारियों को सूचना मिली कि दिलीप का अपहरण नहीं हुआ है बल्कि यूपी की एसटीएफ ने उठाया है, तो उसने राहत की सांस ली.
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