सीवान : सावन को लेकर बाजारों में चहल-पहल शुरू हो गयी है. क्योंकि 10 जुलाई से सावन माह शुरू हो रहा है. इसको लेकर बाजार में गेरूआ रंग के एक-से-एक टी-शर्ट, पैंट, पोस्टल टी-शर्ट, कुर्ता सहित अन्य फैंसी कपड़ाें की बिक्री हो रही है. साथ ही कई डिजाइनों में गमछा भी बाजार में आ गया […]
सीवान : सावन को लेकर बाजारों में चहल-पहल शुरू हो गयी है. क्योंकि 10 जुलाई से सावन माह शुरू हो रहा है. इसको लेकर बाजार में गेरूआ रंग के एक-से-एक टी-शर्ट, पैंट, पोस्टल टी-शर्ट, कुर्ता सहित अन्य फैंसी कपड़ाें की बिक्री हो रही है. साथ ही कई डिजाइनों में गमछा भी बाजार में आ गया है. नगर के राजेंद्र पथ, जेपी चौक,
शहीद सराय, सब्जी मंडी सहित अन्य स्थानों पर दुकानें सज गयी हैं.लोग देवघर भी जाने लगे हैं. इस बार कई वर्षों बाद ऐसा संयोग बन रहा है कि सावन माह सोमवार से शुरू होकर सोमवार को ही खत्म होगा. माह के पहले दिन ही सोमवार को शिव मंदिरों में जलाभिषेक करने भक्त उमड़ेंगे. साथ ही आखिरी सोमवार को ही रक्षा बंधन पड़ रहा है. पंडित कहते हैं कि इस संयोग में भगवान शिवजी की आराधना करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है. इसके पूर्व के वर्ष में केवल चार ही सोमवार पड़ते रहे हैं. पंडितों के मुताबिक प्रथम सोमवारी 10 जुलाई, दूसरी 17, तीसरी 24, चौथी 31 और पांचवीं सोमवारी सात अगस्त को पड़ रही है. इस दिन लोगों की भीड़ पूजा-अर्चना के लिए मंदिरों में उमड़ेगी.
सावन माह से ही शुरू हो जायेगा त्योहारों की सिलसिला : सावन माह से ही त्योहारों का सिलसिला शुरू हो जाता है, जो छठ तक चलता रहता है. इस दौरान रक्षा बंधन, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, हरि तालिका तीज व्रत, गणेश चतुर्थी, पितृपक्ष, नवरात्रि, दशहरा, दीपावली, छठ आदि पर्व पड़ते हैं. पर्व-त्योहारों को लेकर सावन से लेकर कार्तिक तक खुशहाली का माहौल देखने को मिलेगा. इस दौरान सभी देवताओं की लोग पूजा-अर्चना करेंगे.
10 जुलाई से शुरू हो रहा है भाेले शंकर का पवित्र मास सावन
गेरूआ वस्त्रों से पटीं दुकानें, परिधान कर रहे भक्तों को आकर्षित
मेंहदार में पहुंचते हैं बड़ी संख्या में भक्त
सावन माह में जिले के सिसवन प्रखंड के मेंहदार स्थित महेंद्रनाथ मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ती है. मंदिर में सावन को लेकर तैयारी शुरू कर दी गयी है. यहां पर सुरक्षा को देखते हुए पुलिस बल तैनात रहेंगे. इसके अलावा अन्य शिवालयों पर भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम प्रत्येक सोमवार को रहेंगे. साथ ही नदी के घाटों पर भी सुरक्षा के इंतजाम रहेंगे क्योंकि सरयू व गंडकी नदी से भक्त जल लेकर शिवालयों में पूजा के लिए पहुंचते हैं. हर स्तर पर प्रशासनिक तैयारी शुरू कर दी गयी है.