सीवान : शहर से सटे महादेवा ओपी थाने के हकाम गांव में दो गुटों के लोगों के बीच आपसी विवाद को लेकर इतनी बड़ी दरार हो गयी कि कभी कोई बड़ी घटना हो सकती है. पुलिस को घटना की जानकारी है. इधर चार दिनों में गांव की हालत इतनी बिगड़ चुकी है कि दोनों गुटों […]
सीवान : शहर से सटे महादेवा ओपी थाने के हकाम गांव में दो गुटों के लोगों के बीच आपसी विवाद को लेकर इतनी बड़ी दरार हो गयी कि कभी कोई बड़ी घटना हो सकती है. पुलिस को घटना की जानकारी है. इधर चार दिनों में गांव की हालत इतनी बिगड़ चुकी है कि दोनों गुटों के लोगों के बीच चार बार झड़प हो चुकी है तथा पुलिस ने चार एफआइआर भी दर्ज की है.
लेकिन, पुलिस ने गांव में शांति व्यवस्था बहाल करने का प्रयास नहीं किया. लोगों का कहना है कि दोनों पक्षों से कुछ राजनीतिक लोगों के हस्तक्षेप के कारण मामला शांत नहीं हो पा रहा है. गुरुवार को घटना के बाद दोनों पक्षों के लोगों को देख कर नहीं लग रहा है था कि यह अंतिम झड़प है. लोग एक-दूसरे को मारने व खुद को मरने के लिए तैयार दिखे. लोग समझौता करने के मूड में भी नहीं दिखे.
चार दिनों में दोनों पक्षों में चार बार हुई झड़प
पुरानी रंजिश को ले दो पक्षों में चार दिनों में चार बार खूनी संघर्ष हो चुका है. इसके बाद से हकाम गांव में तनाव कायम हो गया. बच्चों के विवाद के बहाने के दोनों पक्ष एक-दूसरे को मारने-पीटने को आतुर हो गये. मालूम हो कि सोमवार की शाम हकाम निवासी जितेंद्र सिंह के बेटे प्रियांशु और दूसरे पक्ष के संजय यादव के भतीजे के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया था. इसको लेकर दोनों पक्ष आपस में भिड़ गये थे और इस संघर्ष में दो लोग घायल हो गये थे. दोनों पक्षों द्वारा एक-दूसरे पर मामला दर्ज कराया गया था. इसी मामले को ले गुरुवार को दोनों पक्षों के बीच हिंसक झड़प में मारपीट हो गयी. एक पक्ष के जितेंद्र सिंह ने अपने बेटे प्रियांशु की पिटाई व 1100 रुपये छिनतई का आरोप लगाते हुए दूसरे पक्ष के संजय चौधरी, राजलाल चौधरी व केदार चौधरी को आरोपित किया था. वहीं, दूसरे पक्ष के संजय यादव ने अपने भतीजे के साथ मारपीट व तलवार से मार कर उसे घायल करने का
मामला दर्ज कराया था. साथ ही अपनी छह वर्षीया बेटी के साथ मारपीट और छेड़खानी का भी
आरोप लगाया था. इस मामले में जितेंद्र सिंह, तेजा सिंह, कृष्णा सिंह, मनीष सिंह, प्रियांशु व सोनू को आरोपित किया था. पुलिस ने इसके बयान पर आरोपितों पर जानलेवा हमले व छेड़खानी का मामला दर्ज किया था. महादेवा पुलिस इस मामले में जांच और कार्रवाई में ही जुटी थी कि गुरुवार की सुबह इस मामले ने तूल पकड़ लिया और दो पक्षों का यह विवाद दो टोलों के बीच खूनी संघर्ष में बदल गया.