सुप्पी : मध्य विद्यालय, ससौला के सेवानिवृत्त प्रधान शिक्षक की कार्यशैली से क्षुब्ध होकर बीइओ शुभ नारायण सिंह गुरुवार से स्कूल परिसर में अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठ गये. उनका कहना है कि ‘खता किसी और की, सजा किसी और को’ वाली बात होने के चलते उन्हें यह सब करना पड़ रहा है.
इसके सिवा उनके पास कोई चारा नहीं था. बीइओ श्री सिंह के कहने का तात्पर्य था कि वे विवश होकर गांधीगिरी पर उतरे हैं. जब तक सेवानिवृत्त प्रधान शिक्षक विजय राम स्कूल भवन का निर्माण शुरू नहीं कराते हैं, तब तक वे अनशन पर बैठे रहेंगे. बताया कि अनशन पर रह कर ही विभागीय कार्य करेंगे.
मध्य विद्यालय ससौला में ही कस्तूरबा विद्यालय है. उक्त विद्यालय में भवन निर्माण के लिए प्रधान शिक्षक रहे श्री राम को वर्ष 2006-07 में सात लाख रुपये एवं वर्ष 10-11 में 11 लाख रुपये का आवंटन मिला था. यानी भवन निर्माण की दो योजनाएं थी. पहली योजना के तहत भवन का आधा अधूरा काम करा कर छोड़ दिया गया है. दूसरी योजना का भी कुछ ऐसा ही हाल है. भवन निर्माण समय पर पूरा कराने को लेकर डीएम डॉ प्रतिमा गंभीर है.
निर्माण से संबंधित समीक्षात्मक बैठक में डीएम ने पाया था कि कस्तूरबा विद्यालय का कार्य वर्षो से लंबित है. इसके लिए बीइओ श्री सिंह को जिम्मेवार माना गया. डीएम ने भवन निर्माण पूरा होने तक बीइओ श्री सिंह के वेतन भुगतान पर रोक लगा दी. यह रोक मार्च 13 में लगायी गयी जो अब तक बरकरार है. इधर, न तो प्रधान शिक्षक भवन का निर्माण पूरा कराये और न बीइओ का वेतन भुगतान हुआ. इस बीच बीइओ ने प्रधान को कई बार निर्माण पूरा कराने का निर्देश दिया.