सीतामढ़ी : रेल थाने पर हमला व सिपाही कन्हैया की पिटाई में प्राथमिकी दर्ज हो गयी है. इसमें 40 से ज्यादा को नामजद किया गया. प्राथमिकी दरभंगा के रेल थाने में हुई है. इसमें अलग-अलग मामले दर्ज किये गये हैं. पुलिस ने इसको लेकर छानबीन शुरू कर दी है. जख्मी सिपाही कन्हैया ने कहा कि वो कोत की ड्यूटी में तैनात था.
इस दौरान महिला सिपाही पूजा कुमार, दारोगा उमाशंकर सिंह, सिपाही योगेश व पंकज पासवान भी ड्यू टी पर थे. सुबह लगभग साढ़े आठ बजे चाइल्ड लाइन के मुकेश कुमार अपने दो सहकर्मियों के साथ थाने पर आये और एसएसबी की ओर से मुक्त कराये गये बाल मजदूरों को चाइल्ड लाइन में रखने की बात कर रहे थे. इसी बीच उक्त लोग लाठी डंडा, लोहे की रॉड, फरसा व तलवार लेकर थाने पहुंचे और हमला कर दिया.
रेल थानाध्यक्ष राजकुमार राय ने भी मो आरिफ, उसकी पत्नी रौनक जहां आदि पर प्राथमिकी करायी है. इसमें कहा है कि वह 31 मार्च की रात करीब 10 बजे दारोगा उमाशंकर शर्मा, सिपाही कन्हैया कुमार, विक्की कुमार के साथ प्लेटफॉर्म चेकिंग, प्रतीक्षालय, बुकिंग काउंटर व अपराधियों की गतिविधि पर निगरानी कर रहे थे. इसी बीच सूचना मिली कि कुछ लोग शराब पीकर हंगामा कर रहे हैं, जब हम लोग मौके पर पहुंचे, तो वो लोग भागने लगे. इस बीच पुलिस कर्मियों ने एक व्यक्ति को दौड़ा कर पकड़ा, जिसने पूछताछ में अपना नाम आरिफ बताया.
पुलिस हिरासत से छुड़ाया
थानाध्यक्ष ने बयान में कहा है कि पकड़े जाने पर आरिफ पुलिसवालों से उलझ गया था. इस दौरान उसके पास से शराब की बोतल व चखना गिर गये. पुलिस ने शराब की बोतल व ग्लास को जब्त किया. आरिफ को थाने लाकर मेडिकल जांच के लिए आवेदन लिखा जा रहा था, तभी गांव से लोग आये और जबरन आरिफ को छुड़ा ले गये. इन मामलों की जांच नये थानाध्यक्ष शशि कपूर को सौपी गयी है.
इन्हें किया नामजद : मो आरिफ हुसैन, पत्नी रौनक जहां, मो सहीम, रुबैदा खातून, मो नजरुद्दीन, समी अहमद, मो इरशाद, मो नौशाद, मो इरशाद, फूल बाबू, हजरा खातून, मो राजा, मो शाहनवाज, आरिफ हुसैन के पुत्र, रफीक फल वाला का बेटा, मो मुन्ना, गुल्लू रैन, कादिर रैन, मो दिलशाद, कपिल, कैश, अफरोज, गुलशन खातून, मो अशरफ, तौसीफ रैन, मो खुर्शीद आदि.