स्कूल में कई विषयों के शिक्षकों के पद हैं रिक्त उक्त हाइस्कूल में भारतीय बच्चे के अलावा नेपाली बच्चे भी पढ़ते हैंफोटो – 1 श्री रामगुलाम उच्च माध्यमिक विद्यालय, 2 छात्र-छात्राओं को पढ़ाते शिक्षक सोनबरसा. प्रखंड अंतर्गत श्री रामगुलाम उच्च माध्यमिक विद्यालय, कन्हौली सूबे का एक मात्र हाइस्कूल है, जिसमें भारतीय बच्चे के अलावा नेपाल के भी बच्चे पढ़ते हैं. गौरतलब है कि सूबे के तत्कालीन राज्यपाल ने उक्त हाइस्कूल में नेपाल के भी बच्चों के नामांकन की हरी झंडी दी थी. 1967 में मिली थी अनुमति वर्ष 1967 में तत्कालीन राज्यपाल ने उक्त हाइस्कूल में नेपाल के भी बच्चों के नामांकन की अनुमति दी थी. तब से ही नेपाल के भी बच्चे पढ़ रहे हैं. पूर्व में काफी संख्या में नेपाली छात्र-छात्राएं पढ़ने आती थी. बाद के वर्षों में वहां के बच्चों की संख्या में कमी आने लगी. क्योंकि स्कूल की व्यवस्था बदतर होने के चलते नेपाल के बच्चों की संख्या में कमी आती गयी. फिलहाल वर्ग दशम में दो छात्र अकबर राजा व आफताब राजा, नवम में धनुषा जिला का रंजीत कुमार व इंटर में सुप्रिया कुमारी पढ़ रही हैं. रंजीत को छोड़ तीनों छात्र-छात्राएं नेपाल के धरमपुर भारसर के ही हैं. नेपाल की देन है यह हाइस्कूल बताया जाता है कि नेपाल के मलंगवा के धरमपुर भारसर गांव के रामगुलाम चौधरी शिक्षा प्रेमी थे. उनकी सोच थी कि समाज के हर वर्ग के लोग शिक्षित बने. शिक्षित समाज के बगैर विकास की कल्पना नहीं की जा सकती. चौधरी ने सीमा पार भारतीय क्षेत्र के उक्त गांव में पांच एकड़, आठ कट्ठा व 10 धूर जमीन देकर खुद के खर्च पर पक्का का पांच कमरा व ईंट-खपड़ैल के छह कमरे का निर्माण कराया. यह बात 1967 की है. इस स्कूल का नाम ‘श्री रामगुलाम उच्च माध्यमिक विद्यालय, कन्हौली-भारसर पड़ा था’. वर्ष 1970 में मिली स्वीकृति सूबे के माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने उक्त हाइस्कूल को 18 जुलाइ 70 को स्वीकृति प्रदान की थी. प्रबंध समिति के अध्यक्ष व सचिव के रूप में चौधरी व उनके पुत्र वर्षों तक रहे थे. दो अक्तूबर 1980 को यह हाइस्कूल राजकीय कृत हो गया. तब से क्षेत्रीय विधायक अध्यक्ष व प्रधान शिक्षक सचिव होते रहे हैं. एक अप्रैल 2009 को उक्त हाइस्कूल को उच्च माध्यमिक में उत्क्रमित किया गया. शिक्षकों के पद हैं रिक्त वर्ग नवम में 229, वर्ग दशम में 271, इंटर कला में 78, विज्ञान में 17, 12 वीं में कला में 120, विज्ञान में 27 व कॉमर्स में 20 छात्र-छात्राएं नामांकित हैं. हाइस्कूल में संस्कृत, अंग्रेजी, गणित, उर्दू, सामाजिक विज्ञान, पुस्तकालय अध्यक्ष कंप्यूटर शिक्षक नहीं हैं. स्काउट व गाइड एवं एनसीसी के भी शिक्षक नहीं हैं. इंटर में मात्र दो विषय राजनीतिक शास्त्र व इतिहास के शिक्षक रविशंकर राम व हरिनारायण कुमार हैं. हिंदी, अंग्रेजी, गृहविज्ञान, मनोविज्ञान, भूगोल, गणित, राजनीतिक शास्त्र के दो, जीव विज्ञान के दो व भौतिकी के दो शिक्षक नहीं है. स्कूल की स्थिति दयनीय प्रखंड के ही डाॅ रामचंद्र पूर्वे सूबे में वर्ष 1990 से 98 तक शिक्षा मंत्री थे, लेकिन उनके कार्यकाल में उक्त हाइस्कूल का कायाकल्प नहीं हो सका. प्रधान शिक्षक रविरंजन पासवान कहते हैं कि शिक्षक की कमी व सुविधाओं के अभाव मे बच्चों की संख्या में कमी आती जा रही है.
स्कूल में कई विषयों के शक्षिकों के पद हैं रक्ति
स्कूल में कई विषयों के शिक्षकों के पद हैं रिक्त उक्त हाइस्कूल में भारतीय बच्चे के अलावा नेपाली बच्चे भी पढ़ते हैंफोटो – 1 श्री रामगुलाम उच्च माध्यमिक विद्यालय, 2 छात्र-छात्राओं को पढ़ाते शिक्षक सोनबरसा. प्रखंड अंतर्गत श्री रामगुलाम उच्च माध्यमिक विद्यालय, कन्हौली सूबे का एक मात्र हाइस्कूल है, जिसमें भारतीय बच्चे के अलावा नेपाल […]
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