सीतामढ़ी/सोनबरसा : प्रखंड के सोनबरसा गांव के दो लोगों की एक साथ नेपाल में की गयी हत्या से गांव में मातम का माहौल है. दोनों मृतकों की पत्नी व छोटे-छोटे बच्चों का रोते-रोते बुरा हाल है. दोनों की विधवा पति को याद कर बार-बार बेहोश हो जा रही है. पड़ोस की महिलाएं दोनों के घरों […]
सीतामढ़ी/सोनबरसा : प्रखंड के सोनबरसा गांव के दो लोगों की एक साथ नेपाल में की गयी हत्या से गांव में मातम का माहौल है. दोनों मृतकों की पत्नी व छोटे-छोटे बच्चों का रोते-रोते बुरा हाल है. दोनों की विधवा पति को याद कर बार-बार बेहोश हो जा रही है. पड़ोस की महिलाएं दोनों के घरों पर पहुंच उसकी विधवाओं को ढांढ़स बंधा रही है,
पर पति खोने का गम कोई पत्नी ही समझ सकती हैं. दोनों विधवाओं को खुद के साथ-साथ छोटे-छोटे बच्चों की भी चिंता है. इसी चिंता से आंसू रूकने का नाम नहीं ले रहा है. 40 वर्षीय कपिलदेव राय उर्फ कपल राय की जान नहीं जाती. अगर वह पत्नी की बात मान लिया होता.
पत्नी को झूठ बोल कर निकला
कपल सब्जी की खेती कर उसी से हुए आय से परिवार चलाता था. पत्नी फूलो देवी ने बताया कि सब्जी का कारोबार कर घर पर लौटे थे. कुछ ही समय बाद उसे बुलाने के लिए मुकेश साह चला आया. पत्नी ने कपल को जाने से रोका. कपल ने पत्नी को यह कह कर घर से निकला कि वह बगल के इंदरवा गांव जा रहा है लेकिन बाद में कपल जिंदा तो नहीं लौटा, बल्कि उसके मौत की खबर आयी. कपल को दो पुत्र व तीन पुत्री हैं. पिता चल बसे हैं. मां वृद्ध है. घर में वह अकेला कमाने वाला था.
अपराध से पुराना रिश्ता
पुलिस का कहना है कि मुकेश साह का अपराध जगह से पुराना रिश्ता रहा है. वैसे विगत 10 वर्षों से वह अपराध के क्षेत्र से नाता तोड़ कर सोनबरसा में ही आलू-प्याज का कारोबार कर रहा था. दुकान अच्छी चल रही थी. उसकी आर्थिक स्थिति ठीक हो गयी थी. सब चीज को पटरी पर ला दिया था. कहा जाता है कि आलू व प्याज के बकाये पैसे के लिए ही वह नेपाल गया था. उसे शायद नहीं मालूम था कि यह उसकी नेपाल की अंतिम यात्रा है. बता दें कि कपल व मुकेश की एक साथ हत्या कर शव को फेंक दिया गया था. मुकेश को दो पुत्र व एक पुत्री है.