सीतामढ़ीः सोनबरसा बीडीओ श्रीकांत ठाकुर ने डीएम से तीन पंचायत सचिवों के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई के साथ निलंबन की कार्रवाई की अनुशंसा की है. बताया गया है कि उक्त तीनों सचिवों की लापरवाह कार्यशैली से आजिज आकर बीडीओ ने कार्रवाई को पत्र भेजा है. आरोपित पंचायत सचिवों में पिपरा परसाइन के सचिव तपेश्वर यादव, कचोर के मो अहद व पुरंदाहा रजवाड़ा पूर्वी के पंचायत सचिव सूकन बैठा शामिल हैं.
उक्त तीनों आरोपित सचिव बीडीओ व अन्य वरीय पदाधिकारियों के आदेश को नहीं मानते हैं. तीनों पंचायत के विकास कार्यो में कोई अभिरुचि नहीं लेते हैं. पत्र में बीडीओ ने कहा है कि तीनों सचिव कार्य करने में अक्षम हैं. प्रखंड स्तरीय बैठक में भी तीनों भाग नहीं लेते हैं. बगैर सूचना के गायब रहते हैं. बता दें कि गत 19 नवंबर को सदर एसडीओ महेंद्र कुमार व डीसीएलआर सदर राकेश कुमार गुप्ता प्रखंड कार्यालय का जायजा लेने गये थे. दोनों ने प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों व बाद में पंचायत सचिवों के साथ बैठक की थी.
उक्त बैठक से भी आरोपित तीनों पंचायत सचिव बगैर सूचना के गायब रहे थे. तीनों की लापरवाह कार्यशैली की बाबत बीडीओ से जानकारी मिलने के बाद डीसीएलआर श्री गुप्ता ने निलंबन की कार्रवाई के लिए डीएम से अनुशंसा करने की बात कही थी. इसी पर बीडीओ द्वारा कोई विलंब किये बगैर डीएम को पत्र भेजा गया है. पत्र में बीडीओ ने कहा है कि प्रखंड मुख्यालय में जनता दरबार होना है. डीसीएलआर सह नोडल पदाधिकारी द्वारा इंदिरा आवास व अन्य योजनाओं की प्रगति की समीक्षा के लिए प्रखंड कार्यालय में अब तक कई बार बैठक की जा चुकी है. इन बैठकों से भी उक्त तीनों सचिव गायब रहे हैं. फलत: यह पता नहीं चल पाया है कि तीनों सचिवों के पंचायतों में इंदिरा आवास व अन्य योजनाओं में किस हद तक प्रगति हुई है.