ढ़ाई वर्षों से लटका हुआ है दाखिल-खारिज, परेशानी फोटो-8 अंचल कार्यालय, रीगा जदयू नेता ने की सीएम से शिकायत
रीगा : स्थानीय अंचल में आवेदन करने के बाद कब दाखिल-खारिज होगा, यह कहना मुश्किल है. भले ही सरकार के स्तर से इस काम के लिए एक समय-सीमा निर्धारित कर दी गयी है, लेकिन अधिकारी काम के बोझ के चलते समय पर दाखिल-खारिज नहीं हो पाने की बात कह रहे हैं.
सीएम के पास पहुंचा मामला जदयू नेता विनोद पटेल ने दाखिल-खारिज में होने वाले विलंब से लिखित तौर पर सीएम नीतीश कुमार को अवगत कराया है और यहां से सीओ ललित कुमार सिंह को हटाने की मांग की है. आरटीपीएस काउंटर पर आवेदन करने के 20 दिन के अंदर दाखिल-खारिज कर दिये जाने का प्रावधान है,
मगर उनका काम ढ़ाई वर्ष में भी नहीं हो सका है. सीएम को बताया है कि सहायक श्याम कुमार के कहने पर ही सीओ कोई काम करते हैं. पटेल की माने तो पूर्व में निबंधन करायी गयी जमीन की जमाबंदी 11 हजार 202 रुपये कायम कर रसीद काट दी गयी. वहीं बाद वाली जमीन का जमाबंदी करने के लिए पैसे का डिमांड किया जा रहा है.
पैसा देने से इनकार करने पर उनका दाखिल-खारिज ढ़ाई वर्षों से नहीं किया जा रहा है. कुछ कर्मियों ने पटेल को बताया कि शुद्धि पत्र सीओ व सहायक श्याम कुमार अपने पास रखते हैं. शुद्धि पत्र के अभाव में बहुत से लोगों की जमीन का दाखिल-खारिज का काम लंबित है.
क्या कहते हैं सीओ सीओ ललित कुमार सिंह ने बताया कि काम का अधिक बोझ होने के कारण कुछ परेशानी होती है. अब दाखिल-खारिज के मामले का निबटारा शीघ्र कर दिया जायेगा.