डीइओ व कर्मियों के विवाद में नया मोड़ प्राथमिकी दर्ज कराने से डीइओ का यू-टर्न डीइओ बोले, बिना अनुमति के काम कर रहे थे दोनों कर्मी डुमरा. स्थानीय डीइओ जय प्रकाश शर्मा एवं दो कर्मी लक्ष्मण कुमार व सुशांत कुमार के बीच उत्पन्न विवाद में कई नये मोड़ आ गये हैं. वहीं, इस पूरे विवाद में डीइओ कार्यालय पर भी सवाल उठने लगा है. बहरहाल, प्रधान लिपिक उमेश कुमार द्वारा डीइओ को दिये गये एक जवाब से पूरी व्यवस्था पर सवाल उठ गया है. अब भी जब्त है हाजिरी पंजी कर्मी लक्ष्मण कुमार व सुशांत कुमार पर डीइओ की बगैर अनुमति के कार्यालय में योगदान कर कार्य करने का आरोप है. गत दिन इसकी भनक मिलने पर डीइओ श्री शर्मा ने हाजिरी पंजी जब्त कर ली थी. साथ ही प्रधान लिपिक उमेश कुमार से इस आशय का स्पष्टीकरण पूछा था कि किसकी अनुमति से उक्त दोनों कर्मियों को कार्यालय में हाजिरी पंजी पर हस्ताक्षर करने दिया गया. प्रधान लिपिक श्री कुमार ने डीइओ को दिये जवाब में कहा है कि उक्त दोनों कर्मी जबरन हाजिरी बना रहे थे. चुनावी ड्यूटी पर भी सवाल उक्त दोनों कर्मियों के बारे में डीइओ को कोई जानकारी नहीं थी तो फिर दोनों से चुनावी ड्यूटी कैसे ली गयी. शनिवार से ही हर लोगों के जेहन में यह सवाल पैदा हो रहा था और इसके लिए डीइओ पर ही उंगली उठायी जा रही थी. यह सवाल उठाये जाने पर डीइओ श्री शर्मा ने रविवार को खुल कर मीडिया को पूरी बात की जानकारी दी. उनका कहना था कि डीएम के पास कार्यालय के कर्मियों की जो सूची भेजी गयी थी, उसमें उन दोनों कर्मियों का नाम नहीं था. इसका प्रमाण आज भी कार्यालय में मौजूद है. यानी भेजी गयी सूची की एक प्रति उपलब्ध है. दोनों कैसे चुनावी ड्यूटी हासिल कर लिये, यह उन्हें नहीं मालूम. कैसे नाम आया, मालूम नहीं मीडिया कर्मियों द्वारा सवाल किये जाने पर डीइओ श्री शर्मा ने आगे बताया कि चुनाव के दौरान जब डीएम के कार्यालय से कर्मियों की सूची आयी तो उसमें करीब तीन हजार का नाम था. उस सूची पर उन्हें हस्ताक्षर करना था. वे सूची में कर्मियों के नाम पर गौर नहीं कर पाये और सीधे हस्ताक्षर करते चले गये. डीएम के यहां से जो सूची आयी, उसमें लक्ष्मण कुमार व सुशांत कुमार का नाम शामिल था. डीइओ श्री शर्मा कहते हैं कि जब वे दोनों कर्मियों का नाम ही भेजे तो डीएम के यहां से आयी सूची में नाम कैसे शामिल हो गया, यह उन्हें नहीं पता. नहीं करा सके प्राथमिकी शनिवार को दोनों कर्मियों व डीइओ के बीच विवाद हुआ था. मामला गंभीर होते देख डीइओ को पुलिस को बुलानी पड़ी थी. पुलिस पहुंच मामले को शांत करने के साथ ही डीइओ व लिपिक लक्ष्मण कुमार को लिखित शिकायत करने के लिए थाना लायी थी. देर शाम तक दोनों थाना पर बैठे रहे. पुलिस इंतजार करती रही कि दोनों आवेदन देंगे, लेकिन बाद में दोनों में से किसी ने प्राथमिकी के लिए आवेदन नहीं दिया और लौट गये. इस बाबत पूछे जाने पर डीइओ श्री शर्मा बात को टाल गये. उन्होंने कहा कि कुछ ऐसी परिस्थिति उत्पन्न हुई, जिससे प्राथमिकी दर्ज नहीं करा सके. सूत्रों ने बताया कि डीइओ दो-चार माह बाद सेवानिवृत्त होने वाले हैं. संभवत: इसी कारण थाना व कोर्ट के लफड़े से बचने के लिए प्राथमिकी दर्ज कराना उचित नहीं समझे. इधर, इस मामले को ले लिपिक लक्ष्मण कुमार का पक्ष जानने के लिए उनके मोबाइल पर बार-बार कोशिश की गयी, पर बात नहीं हो सकी.
डीइओ व कर्मियों के विवाद में नया मोड़
डीइओ व कर्मियों के विवाद में नया मोड़ प्राथमिकी दर्ज कराने से डीइओ का यू-टर्न डीइओ बोले, बिना अनुमति के काम कर रहे थे दोनों कर्मी डुमरा. स्थानीय डीइओ जय प्रकाश शर्मा एवं दो कर्मी लक्ष्मण कुमार व सुशांत कुमार के बीच उत्पन्न विवाद में कई नये मोड़ आ गये हैं. वहीं, इस पूरे विवाद […]
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