रामनगर, बगहाः लोक आस्था का महापर्व छठ मंजू बाला को बर्लिन (जर्मनी) से रामनगर खींच लाया. मंजू लोक आस्था के इस पर्व को पूरी श्रद्धा के साथ कर रही हैं. उन्हें देखने के लिए आसपास के लोगों की भीड़ जुट रही है. वह रामनगर निवासी एपी पाठक की पत्नी हैं, जो इस समय भारत सरकार के भूतल परिवहन मंत्रालय में संयुक्त सचिव के पद पर तैनात हैं.
मध्य प्रदेश में जन्मी मंजू बाला की पढ़ाई-लिखायी भी यहीं हुई, लेकिन पिछले 23 साल से वह बर्लिन में रह रही थीं. वहां मंजू के पिता व भाई का व्यवसाय है. वर्षो विदेश में रहने के बाद भी मंजू भारत की सभ्यता – संस्कृति , धार्मिक मान्यता और पति के रीति – रिवाजों को नहीं भूलीं. बर्लिन से चल कर रामनगर प्रखंड के बड़गों गांव में आयी हैं. पूरी श्रद्धा – भक्ति के साथ छठ व्रत कर रही हैं. मंजू की वजह से बड़गो गांव में इस वर्ष छठ पर्व और खास बन गया है.
मंजू कहती हैं, जब मैं जर्मनी में थी तो वहां के कल्चर में जी रही थी. अब मैं एक भारतीय की पत्नी हूं तो उनके रीति – रिवाज , धर्म और संस्कारों को अपनाना मेरा फर्ज है, इसलिए जब मैं दिल्ली आयी तो सबसे पहले छठ के मौके पर पति के पैतृक गांव आकर छठ व्रत करने और यहां की सभ्यता – संस्कृति को जानने – समझने की इच्छा व्यक्त की. इसी उद्देश्य से आयी हूं. पूरी श्रद्धा – भक्ति के साथ छठ मईया की व्रत कर रही हूं. गांव की अन्य व्रतियों की तरह घाट पर जाऊंगी. अघ्र्य दूंगी.
व्रतियों को दिये कपड़े
मंजू बाला ने गुरुवार को बड़गो गांव में छठ व्रतियों के बीच साड़ी व व्रत के अन्य सामग्रियों का वितरण किया. उन्होंने कहा कि पहले छठ के मौके पर वस्त्र व अन्य पूजा सामग्री का वितरण मेरे पति किया करते थे, लेकिन अब इस परंपरा को मैं आगे बढ़ाऊंगी. प्रतिवर्ष बड़गो के छठ घाट पर व्रत करूंगी और व्रतियों के बीच कपड़ा आदि का वितरण करूंगी. कपड़े बांटने के दौरान मंजू के पति एपी पाठक, बाबूधाम ट्रस्ट के मो शानी, शीलभद्र पांडेय, कन्हैया पाठक, तपन मिश्र, निजू उपाध्याय समेत दर्जनों लोग मौजूद थे.
मेरे पैतृक गांव में मेरी धर्म पत्नी लोक आस्था का पर्व छठ कर रही हैं. गांव के अन्य व्रतियों के साथ पूरी श्रद्धा-भक्ति के साथ पर्व को कर रही हैं. अच्छा लग रहा है. आने वाले वर्षो में भी वे यहां आकर छठ करेंगी.
एपी पाठक, संयुक्त सचिव, भूतल परिवहन मंत्रालय, भारत सरकार