सीतामढ़ी/मेजरगंज : पंजाब नेशनल बैंक की डुमरी कला शाखा के 30 लाख कैश लूट व प्रबंधक की हत्या मामले में वांछित अरविंद कुमार सिंह सोमवार की रात पुलिस के हत्थे चढ़ गया.
एसपी की ओर से गठित स्पेशल टास्क फोर्स ने कड़ी मशक्कत के बाद उसे डंगराहा (मेजरगंज) से गिरफ्तार कर लिया. पुलिस से नोकझोंक के दौरान अरविंद ने सहयोगियों के साथ पुलिस टीम पर फायरिंग भी की. गिरफ्तारी से पहले उसने अपने एक साथी को पिस्तौल दे दी, जिसे लेकर साथी भाग निकला. मेजरगंज थानाध्यक्ष रामनंदन प्रसाद ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि विवेक सिंह की बहन की शादी में शातिर अरविंद के अलावा केशव सिंह व मुकेश सिंह अन्य अपराधियों के साथ डंगराहा आया है. वरीय अधिकारियों को इसकी सूचना दी गयी. सूचना पर पहुंची टास्क फोर्स ने विवेक सिंह के घर की घेराबंदी कर दी.
पुलिस को देखते ही अपराधी फायरिंग करने लगे. मशक्कत के बाद नरकटिया (मेजरगंज) गांव निवासी लाल किशोर सिंह के पुत्र अरविंद सिंह को दबोच लिया गया. पूछताछ में अरविंद ने लूट कांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है. उसने कांड में अन्य सहयोगियों के नाम का भी खुलासा किया है. पुलिस अरविंद सिंह की क्राइम हिस्ट्री खंगाल रही है. उसके विरुद्ध हत्या के प्रयास, लूट, रंगदारी, आर्म्स एक्ट के आधा दर्जन से अधिक मामले सीतामढ़ी व शिवहर जिले में दर्ज है. स्पेशल टास्क फोर्स में मेजरगंज थानाध्यक्ष के अलावा सोनबरसा थानाध्यक्ष विवेक कुमार जायसवाल, डुमरा थानाध्यक्ष छोटन कुमार एवं मेजरगंज थाना के अनि सैफ अहमद खान शामिल थे.
बता दें कि दो जुलाई 2013 को अपराधियों ने नरकटिया बौद्धी स्थान के पास दिनदहाड़े पीएनबी के प्रबंधक रामस्वार्थ राम की हत्या कर सूमो में रखे 30 लाख कैश लूट लिये थे. अपराधियों की गोलीबारी में ओरियंटल इंश्योरेंस कंपनी के विकास अधिकारी वरुण कुमार गंभीर रूप से घायल हो गये थे.