सीतामढ़ी : सुशासन मंच के सक्रिय कार्यकर्ताओं की बैठक रविवार को लोहिया आश्रम में अबीदुर रहमान मुन्ने की अध्यक्षता में हुई. बैठक में नेपाल और बिहार में आयी भूकंप, उससे हुई जान माल की भारी क्षति पर विस्तार से चर्चा की गयी. आम राय यह आयी कि रोज ब रोज प्रकृति से की जा रही छेड़खानी और बेतरतीब, गैरकानूनी ढंग से बने बहुमंजिली इमारतों के चलते हीं इतनी भयावह स्थिति बनी है.
विचार विमर्श के बाद सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि सीतामढ़ी जिला सहित पूरे बिहार में सर्वोच्च न्यायालय के निदेश के अनुपालन में सौ से अधिक लोगों के रहनेवाले मकान पर यह लिखना अनिवार्य किया जाये कि मकान भूकंप रोधी है. प्राथमिकता के आधार पर विद्यालय, महाविद्यालय, अस्पताल, सिनेमाघर, सरकारी दफ्तर, मॉल आदि की बिना देर किये तकनीकी जांच पूरी कर भूकंप रोधी प्रमाण-पत्र दिया जाये, अन्यथा उसे प्रतिबंधित किया जाये.
साथ हीं भूकंप से खतरे व सावधानी की जानकारी सूचना पट्ट पर चौक चौराहों पर लगाने की मांग की गयी. इसके अलावा सदर अस्पताल के आइसीयू, परिजनों के ठहराव स्थल को अविलंब चालू करने, आम जनों तक जागरूकता लाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा नागरिक संवाद आयोजित करने एवं आपदा प्रबंधन कानून के प्रावधानों को सख्ती से लागू करने पर बल दिया गया. बैठक में नागेंद्र प्रसाद सिंह, ईश्वर चंद्र मिश्र, रघुनाथ प्रसाद, डॉ ब्रजेश कुमार शर्मा, राम नारायण चौधरी, तेज नारायण यादव समेत अन्य लोगों ने विचार व्यक्त किये.